भारत में डेढ़ लाख से ज़्यादा लोगों की जान ले चुका कोरोना वायरस एक बार फिर डराने लगा है। महाराष्ट्र सहित कुछ अन्य राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं और इसे लेकर केंद्र व संबंधित राज्यों की सरकारें भी कमर कस रही हैं। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 मार्च को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई है।
मोदी इस दिन 12.30 बजे मुख्यमंत्रियों से वर्चुअली बातचीत करेंगे। इससे पहले मोदी ने जनवरी में कोरोना के टीकाकरण कार्यक्रम को लेकर मुख्यमंत्रियों से बात की थी।
भारत में सोमवार को 26,291 मामले सामने आए जो बीते 85 दिनों में सबसे ज़्यादा हैं। इससे पहले 20 दिसंबर को 26,624 मामले सामने आए थे। भारत में अब तक 1,58,725 लोगों की जान कोरोना वायरस के कारण जा चुकी है।
देश में अभी 2,19,262 एक्टिव केस हैं, इनमें से 1.27 लाख से ज़्यादा अकेले महाराष्ट्र में हैं। इसके बाद केरल और पंजाब का नंबर है। इन तीनों राज्यों में कुल एक्टिव केस में से 77 फ़ीसदी से ज़्यादा केस हैं।
महाराष्ट्र में बीते कुछ दिनों में तेज़ी से बढ़ते मामलों को देखते हुए पुणे सहित कई अन्य जिलों में कोरोना टीकाकरण की रफ़्तार को तेज़ किया गया है। महाराष्ट्र में रविवार को 16,620 नए मामले सामने आए।
महाराष्ट्र में लौटा लॉकडाउन
इस वजह से महाराष्ट्र सरकार ने बीत कुछ दिनों में कई इलाक़ों में फिर से लॉकडाउन लगाया है और कुछ जगहों पर प्रतिबंध बढ़ाए हैं। इन शहरों में नागपुर, पुणे, यवतमाम, अकोला आदि शामिल हैं। नागपुर में 21 मार्च तक लॉकडाउन है जबकि पुणे में रात 11 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है।
पुणे में सभी स्कूलों को 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिया गया है। इसके अलावा परभणी जिले के प्रशासन ने परभणी से दूसरे शहरों जैसे- मुंबई, औरंगाबाद, पुणे और नांदेड़ में जाने वाली बसों की सेवा बंद कर दी है।
पंजाब सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए 10 वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षाओं की तारीख़ आगे बढ़ा दी है। पहले 10वीं और 12वीं की कक्षाएं 9 अप्रैल और 22 मार्च से शुरू होनी थीं जो अब 4 मई और 20 अप्रैल से शुरू होंगी।
अहमदाबाद में कुछ जगहों पर रेस्तरां, मॉल्स, शोरूम, पान की दुकान, क्लब्स, टी स्टॉल्स, हेयर सैलून को रात 10 बजे के बाद बंद करने का आदेश दिया गया है।
भारत में जब कोरोना का संक्रमण चरम पर था, तब राज्य सरकारों और केंद्र सरकार के बीच कोरोना से निपटने को लेकर लगातार बातचीत होती रही है। ऐसे वक़्त में जब यह अंदेशा जताया जा रहा है कि भारत में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर आने का ख़तरा है तो एक बार फिर से केंद्र और राज्य सरकारों को मिलकर इस महामारी पर काबू पाना होगा।
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