विवादास्पद ब्रिटिश सांसद जेरेमी कॉर्बिन के साथ पीएम मोदी की फाइल फोटो
जेरेमी कॉर्बिन का फोटो सिर्फ कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ नहीं है। उनके असंख्य फोटो और वीडियो पीएम मोदी के साथ भी हैं। इसके बावजूद बीजेपी ने मंगलवार को इसे सोशल मीडिया पर मुद्दा बनाया कि राहुल तो ब्रिटेन के लेबर लीडर और विवादास्पद सांसद जेरेमी कॉर्बिन के साथ हैं। उनकी लंदन में मुलाकात हुई है। इस समय सोशल मीडिया जेरेमी कॉर्बिन और पीएम मोदी के फोटो और वीडियो के साथ पट गया है। कुछ फोटो में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी नजर आ रहे हैं। जबरन बनाया गया मुद्दा कभी-कभी महंगा भी पड़ जाता है। बीजेपी से अब राहुल के फोटो पर न उगलते बन रहा है न निगलते बन रहा है।
सबसे पहले कर्नाटक बीजेपी ने राहुल का यह फोटो ट्वीट किया। ब्रिटिश सांसद जेरेमी कॉर्बिन के साथ राहुल गांधी की तस्वीर की सत्तारूढ़ बीजेपी ने तीखी निंदा की।
कर्नाटक बीजेपी ने लंदन में हाई-प्रोफाइल बैठक की आलोचना करते हुए एक तीखा ट्वीट किया है, जिसमें कहा गया है: ब्रिटेन के सांसद और लेबर नेता जेरेमी कॉर्बिन: भारत का कड़ा विरोध करते हैं, कश्मीर पर पाकिस्तान के रुख का समर्थन करते हैं, (ए) कट्टर हिंदूओं से नफरत करते हैं, और आतंकवादियों के हमदर्द हैं। कांग्रेस के मालिक और वायनाड के सांसद राहुल गांधी उनके साथ क्या कर रहे हैं? क्या वह एक और टूलकिट के साथ भारत के खिलाफ साजिश रच रहे हैं?
जेरेमी कॉर्बिन ने बीजेपी के गोमांस मुद्दे पर, जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर कई बार आलोचना वाले ट्वीट्स किए। वो खुले रूप में कश्मीर पर भारत के स्टैंड का समर्थन नही ंकरते। वो समय समय पर भारत की तमाम नीतियों की आलोचना करते रहे हैं।
वर्षों से गांधी परिवार के करीबी रहे सैम पित्रोदा ने बीजेपी के ट्वीट्स पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, वह (कॉर्बिन) मेरे निजी दोस्त हैं और होटल में एक कप चाय के लिए आए थे. इसमें राजनीतिक कुछ भी नहीं है।
जीवन में सब कुछ राजनीति ही नहीं होती है। इसके अलावा, उन दोस्तों को जानना अच्छा है जो आपकी हर बात पर सहमत नहीं हैं। यही समावेश और विविधता के बारे में है। बिना किसी शर्त के लोगों के साथ सम्मान से पेश आएं और सम्मान के साथ व्यवहार करें। उन्होंने बीजेपी पर सीधे हमले में कहा।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने जेरेमी कॉर्बिन के पीएम मोदी की साझा करने में देर नहीं लगाई। रणदीप ने ट्वीट किया कि आखिरकार, क्या मैं अपने मीडिया मित्रों से भी नीचे दी गई तस्वीर में दो लोगों की पहचान करने और वही सवाल पूछने के लिए कह सकता हूं? क्या इसका मतलब यह है कि पीएम ने भारत पर जेरेमी कॉर्बिन के विचारों का समर्थन किया है?” कॉर्बिन से हाथ मिलाते हुए पीएम मोदी की फोटो पोस्ट उस ट्वीट में लगी हुई है।
अकेले रणदीप ही नहीं सोशल मीडिया पर तमाम तटस्थ लोगों ने भी पीएम मोदी के कॉर्बिन के साथ ढेरों फोटो और वीडियो ट्वीट किए हैं। उनमें पूछा गया है कि इस पर बीजेपी की ट्रोल आर्मी क्या कहेगी। कुछ ने लिखा है कि बीजेपी के पास कोई काम नहीं है, वो सिर्फ राहुल गांधी पर हर समय नजर रखती है। लेकिन हर बार उसे मुंह की खाना पड़ता है। वो कभी अपने नेताओं के बारे में फोटो लगाकर बताए कि वो विदेश में होटलों में किनके साथ मुलाकात करते हैं। कुछ ने बीजेपी समर्थकों को भक्त बताते हुए लिखा है कि राहुल से जलन में भक्त बेचारे अंधे हो चुके हैं। बीजेपी के प्रमुख नेताओं ने भी राहुल का कॉर्बिन के साथ फोटो सोशल मीडिया पर रीट्वीट किया है। इसमें दिल्ली का बीजेपी नेता कपिल मिश्रा भी है। जिस पर उत्तर पूर्वी दंगों को लेकर तमाम आरोप हैं।
बहरहाल, राहुल गांधी की यूके यात्रा को बीजेपी ने विवादों में घसीटने की पूरी कोशिश की है। राहुल गांधी ने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के एक कार्यक्रम में विस्फोटक दावा किया कि भारत अब डीप स्टेट के कब्जे में है। जहां बोलने और सवाल पूछने की आजादी नहीं है। बीजेपी ने सारे देश में मिट्टी का तेल बिखेर दिया है और एक मामूली चिंगारी देश को जलाकर राख कर सकती है। राहुल ने वहां यह भी कहा था कि हम बीजेपी आरएसएस से सिर्फ राजनीतिक नहीं, वैचारिक लड़ाई लड़ रहे हैं। तमाम संस्थाओं पर इन लोगों ने कब्जा कर लिया है जबकि कांग्रेस इतने वर्षों तक सत्ता में रही है, उसने कभी इस तरह सोचा तक नहीं।
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