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‘राहुल गांधी से बात मत करो, मुसीबत हो सकती है’: राजीव बजाज

क्या देश के किसी नामी और बड़े कारोबारी को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से बात करने से किसी तरह का नुक़सान हो सकता है? इस सवाल का जवाब आप शायद ना में ही देंगे। लेकिन जाने-माने उद्योगपति राजीव बजाज ने कहा है कि जब उन्होंने यह बात किसी जान-पहचान के शख़्स को बताई कि वे कल राहुल गांधी से बात करेंगे और बातचीत के मुद्दे भी बताए तो उस शख़्स ने कहा कि ऐसा मत करो। राजीव बजाज के मुताबिक़, उन्होंने उस शख़्स से पूछा लेकिन क्यों? तो उस शख़्स ने कहा कि इससे आपके लिए मुसीबत खड़ी हो सकती है। 

बजाज ऑटो के मैनेजिंग डायरेक्टर राजीव बजाज ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ लॉकडाउन के कारण भारत की अर्थव्यवस्था को हुए नुक़सान व कई अन्य मुद्दों पर जो बातचीत की है, उस दौरान राजीव ने यह बात कही है। 

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राजीव बजाज ने कहा, ‘मैंने उस शख़्स से कहा कि मैंने कुछ सख़्त बातें की हैं और इन्हें कई मीडिया चैनलों पर कहा है और अगर यह ग़लती है तो वह हो चुकी है और इसे एक और बार हो जाने दीजिए।’

बजाज ने कहा, ‘उस शख़्स ने मुझसे कहा कि मीडिया में बोलना अलग बात है और राहुल गांधी से बातें करना दूसरी बात है। मैंने उससे कहा कि हम बिजनेस, अर्थव्यवस्था और लॉकडाउन के बारे में बात करेंगे, तो क्या अब ये बातें भी नहीं हो सकतीं?’
राजीव बजाज ने कहा कि लेकिन फिर भी वह शख़्स इस बात पर टिका रहा कि आप जोख़िम क्यों ले रहे हैं।

इस पर राहुल गांधी ने राजीव बजाज से पूछा कि क्या आप मानते हैं कि इस तरह का माहौल व्यापार के लिए नुक़सानदेह है। बजाज ने कहा, ‘अगर हिंदुस्तान में 100 लोग बोलने से डरते हैं तो 90 के पास छिपाने के लिए कुछ है। लेकिन मैं इतना कहूंगा कि यूपीए 2 और एनडीए 1 सरकार के कार्यकाल में बहुत सारे कंकाल अलमारी से बाहर आ चुके हैं। इसलिए व्यवसायी भी दूध के धुले नहीं हैं।’ 

'चैनलों का झुकाव सरकार की तरफ़'

बजाज ने कहा, ‘मैं बिना किसी चैनल का नाम लिए आपसे कहूंगा कि मैं सरकार की तरफ झुकाव रखने वाले चैनलों पर जाने से इनकार कर देता हूं। क्योंकि सोशल मीडिया पर जिस तरह का कंटेंट देखने को मिलता है, ऐसे चैनलों में पैनलों का भी वही तरीक़ा है, यह बात संवेदनशील लोगों को बहुत परेशान करती है।’ 

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पिता ने भी उठाई थी आवाज़

राजीव बजाज के पिता राहुल बजाज ने भी पिछले साल दिसंबर में एक कार्यक्रम में अर्थव्यवस्था की ख़राब हालात को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और रेल मंत्री पीयूष गोयल के सामने कई बातों को रखा था। बजाज ने केंद्र सरकार की आलोचना करने को लेकर कारोबारियों में डर होने, लिंचिंग के मामलों में प्रभावी कार्रवाई न होने और भोपाल से बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के बापू के हत्यारे गोडसे को देशभक्त कहने के मामले को भी उठाया था। 

इस कार्यक्रम में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन मुकेश अंबानी, आदित्य बिरला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला और भारती एंटरप्राइजेस के सुनील भारती मित्तल भी मौजूद थे। लेकिन आवाज़ सिर्फ़ राहुल बजाज ने उठाई थी। 

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क़मर वहीद नक़वी
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