कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से 'राष्ट्रपत्नी' टिप्पणी के लिए माफी मांगी। इसके लिए उन्हें सत्तारूढ़ बीजेपी से काफी आलोचना का सामना करना पड़ा रहा है। बीजेपी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी उनकी पार्टी के नेता की टिप्पणी के बाद माफी मांगने की मांग की थी।
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने इस सप्ताह के शुरू में एक मीडिया साक्षात्कार में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए वह टिप्पणी की थी। चौधरी ने एक पत्र में लिखा, 'मैं उस पद के लिए जिस पर आप आसीन हैं, का वर्णन करने के लिए गलती से गलत शब्द का इस्तेमाल करने पर खेद व्यक्त करने के लिए लिख रहा हूँ। मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ कि यह जुबान से फिसल गया था। मैं माफी मांगता हूं और आपसे इसे स्वीकार करने का अनुरोध करता हूं।'
इससे पहले गुरुवार को संसद के दोनों सदनों में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के बयान को लेकर जबरदस्त शोरगुल हुआ और दोनों सदनों को स्थगित करना पड़ा था। अधीर रंजन चौधरी ने एक टीवी चैनल के साथ बातचीत में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए राष्ट्रपत्नी शब्द का प्रयोग किया था। हालाँकि, विवाद होने के बाद उन्होंने कहा कि यह शब्द उनसे ग़लती से निकल गया था। चौधरी लोकसभा में कांग्रेस के संसदीय दल के नेता हैं।
बीजेपी ने कहा था कि कांग्रेस को बर्दाश्त नहीं है कि कोई आदिवासी देश के राष्ट्रपति के पद तक पहुँचे। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और निर्मला सीतारमण ने कहा था कि अधीर रंजन चौधरी के बयान के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को माफी मांगनी चाहिए।
विवाद बढ़ने के बाद कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा था कि अधीर रंजन चौधरी अपने बयान के लिए पहले ही माफी मांग चुके हैं।
अधीर रंजन चौधरी ने कहा था कि एक प्रदर्शन के दौरान बयान देते वक्त राष्ट्रपति बोलने के बाद उनके मुंह से राष्ट्रपत्नी शब्द निकल गया था।
बीजेपी ने जोर देकर कहा कि अधीर रंजन चौधरी की टिप्पणी जुबान फिसलने का नतीजा नहीं थी जैसा कि कांग्रेस नेता ने दावा किया। कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया था, 'यह जुबान फिसलने का नतीजा नहीं थी। अगर आप क्लिप देखेंगे, अधीर रंजन चौधरी ने दो बार स्पष्ट रूप से राष्ट्रपत्नी कहा।' उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों को हल्के में नहीं लेना चाहिए।
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