बढ़ती महंगाई के बीच 19 किलो वाले कमर्शल एलपीजी सिलेंडर के रेट 1 मई से 102.50 रुपये बढ़ गए हैं। इस सिलेंडर की कीमत दिल्ली में 2355.50 रुपये होगी। अभी तक यह 2253 रुपये का मिल रहा था। इसी तरह 5 किलो रसोई गैस वाले सिलेंडर का रेट अब 655 रुपये हो गया है। पेट्रोल-डीजल महंगा होने की वजह से महंगाई वैसे ही आसमान छू रही है। लेकिन कमर्शल एलपीजी सिलेंडर की बढ़ोतरी का असर भी आखिरकार उपभोक्ता के जेब पर ही पड़ना है। सरकार ने 1 अप्रैल 2022 को 19 किलो वाले कमर्शल एलपीजी के रेट में 250 रुपये की बढ़ोतरी की थी। इससे पहले 1 मार्च को भी 105 रुपये की बढ़ोतरी कमर्शल सिलेंडर में की गई थी।
5 किलो एलपीजी सिलेंडर का इस्तेमाल गरीब तबका करता है। ऐसे तबके के पास न तो राशन कार्ड होता है और न ही बड़ा सिलेंडर लेने के लिए उनके पास जरूरी दस्तावेज होते हैं। वो लोग 5 किलो वाले एलपीजी सिलेंडर खरीदते हैं। बाजार में ये आसानी से मिलता है और इसमें भरने वाली एलपीजी कमर्शल रेट पर ही दुकानदार भरते हैं। यूपी, बिहार, उड़ीसा, बंगाल का कामकाजी वर्ग जहां भी रहता है, उनमें 5 किलो वाला एलपीजी सिलेंडर बहुत पॉपुलर है। कमर्शल एलपीजी सिलेंडर का इस्तेमाल आमतौर पर होटलों, रेस्तरां, वाहनों और कारोबारी संस्थानों में होता है। इससे होटल और रेस्टोरेंट में खाने-पानी की चीजें और महंगी हो जाएंगी।
खाने-पीने की चीजें पहले से ही महंगी और उसने आम लोगों की जिन्दगी मुहाल कर दी है। ख़ुदरा महंगाई मार्च में 16 माह के रिकॉर्ड 6.95 फ़ीसदी पर और थोक महंगाई 4 माह के रिकॉर्ड पर 14.55 फ़ीसदी हो चुकी है। सरकार ने भी जो महंगाई का आँकड़ा जारी किया है उसमें खाने वाली चीजों की महंगाई काफी ज़्यादा नज़र आती है। मार्च महीने में आलू के थोक आधारित महंगाई दर में जबरदस्त उछाल आया। आलू की महंगाई दर 14.78 फ़ीसदी से बढ़कर 24.62 फ़ीसदी पर जा पहुंची है। कुल मिलाकर मार्च महीने में खाद्य महंगाई दर 8.47 फ़ीसदी से बढ़कर 8.71 फ़ीसदी पर जा पहुंची है।मार्च महीने में कुल खुदरा महंगाई दर 6.95 फ़ीसदी रही है। यह लगातार तीसरा महीना है जब महंगाई दर रिजर्व बैंक द्वारा तय सीमा से ऊपर है। आरबीआई ने इस महंगाई को 6 प्रतिशत की सीमा के अंदर रखने का लक्ष्य रखा है। यानी मौजूदा महंगाई दर ख़तरे के निशान के पार है।
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