भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है। चीनी वायु सेना के हेलीकॉप्टरों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास उड़ानें भरी, हालांकि उन्होंने सीमा रेखा का उल्लंघन नहीं किया। इसके बाद भारतीय वायु सेना ने अपने लड़ाकू विमान सुखोई-30 को गश्त पर लगा दिया। भारतीय वायु सेना के इन जहाजों ने सीमा पर उड़ानें भरीं।
भारतीय वायु सेना ने इसकी पुष्टि नहीं की कि भारतीय लड़ाकू जहाजों ने चीनी हेलीकॉप्टरों को लक्ष्य कर अपनी पोजीशन ली है। वायु सेना ने एनडीटीवी से बात करते हुए चीनी हेलीकॉप्टरों को निशाना बनाने की संभावना को सिरे से खारिज कर दिया है।
भिड़ गए थे सैनिक
इसके दो दिन पहले यानी रविवार को उत्तरी सिक्किम में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास दोनों देशों के सैनिकों के बीच गुत्थगुत्था और हाथापाई हुई थी। बाद में दोन देशों के स्थानीय कमान्डरों ने आपस में बातचीत की और देनों देशों के सैनिक अपने-अपने शिविरों में लौट गए।
भारतीय सेना ने इससे इनकार किया है कि पेगांग झील के उत्तरी किनारे पर दोनों देशों के सैनिक पोजीशन बनाए हुए हैं या उनके बीच तनाव बढ़ रहा है।
पुराना सीमा विवाद
इसके पहले अगस्त 2017 में दोनों देशों के बीच इस तरह की झड़प हुई थी। लद्दाख के पगोंग झील के उत्तरी सीमा पर दोनों देशों के सैनिकों के बीच हाथापाई हुई थी। उसी साल सिक्किम में भारत-चीन-म्यांमार की सीमा पर डोकलाम में दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी। सीमा पर तनाव काफी लंबे समय तक चला था और दोनों देशों की सरकारों के बीच बातचीत और कूटनीतिक स्तर पर हस्तक्षेप के बाद ही यह मामला सुलझा था।
चीन के साथ भारत का सीमा विवाद आज़ादी के समय से ही चला आ रहा है। अंग्रेज़ों ने दोनों देशों के बीच सीमा के लिए जो मैकमोहन लाइन खींची थी, बीजिंग उसे शुरू से ही खारिज करता रहा है। इस वजह से दोनों देशों के बीच कई जगहों पर गहरे मतभेद हैं और दोनों एक-दूसरे के दावे को नकारते हैं। डोकलाम की झड़प की यही तात्कालिक वजह थी।
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