loader
रुझान / नतीजे चुनाव 2024

झारखंड 81 / 81

इंडिया गठबंधन
48
एनडीए
32
अन्य
1

महाराष्ट्र 288 / 288

महायुति
220
एमवीए
55
अन्य
13

चुनाव में दिग्गज

पूर्णिमा दास
बीजेपी - जमशेदपुर पूर्व

आगे

कल्पना सोरेन
जेएमएम - गांडेय

पीछे

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान फ़ोटो क्रेडिट - @zlj517

पीएम मोदी के लेह दौरे पर चीन बोला- हालात न बिगाड़े कोई भी पक्ष

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शुक्रवार को लेह पहुंचने पर चीन ने प्रतिक्रिया दी है। ड्रैगन ने कहा है कि तनाव को कम करने के लिए भारत के साथ बातचीत जारी है। 

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा, ‘भारत और चीन तनाव को कम करने के लिए सैन्य और कूटनीतिक रास्तों के जरिये बातचीत कर रहे हैं और इस वक्त में किसी भी पक्ष को ऐसा कुछ नहीं करना चाहिए जिससे हालात बिगड़ें।’ 

ताज़ा ख़बरें

चीन के साथ सीमा विवाद के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लेह पहुंचने से ऐसा लगता है कि ड्रैगन बौखला गया है। लेह में प्रधानमंत्री ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा, ‘जब देश की रक्षा आपके हाथों में है, आपके मजबूत इरादों में है तो सिर्फ मुझे ही नहीं बल्कि पूरे देश को अटूट विश्वास है और देश निश्चिंत भी है।’ 

मोदी ने कहा कि भारत के दुश्मनों ने आपका फ़ायर (पराक्रम) भी देखा है और आपकी फ्यूरी (गुस्सा) भी। उन्होंने कहा कि देश के वीर सपूतों ने गलवान घाटी में जो अदम्य साहस दिखाया, वो पराक्रम की पराकाष्ठा है और पूरे देश को आप पर गर्व है। 

चीन को चेताया

प्रधानमंत्री मोदी ने चीन का नाम लिए बिना उसे चेताते हुए कहा कि विस्तारवाद का युग चला गया है और दुनिया विकास की राह पर चल पड़ी है। मोदी ने कहा कि विस्तार के मंसूबे रखने वाली ताकतों ने पिछली सदी में दुनिया को बर्बाद कर दिया लेकिन वे या तो हार गए या इतिहास ने उन्हें भुला दिया। 
देश से और ख़बरें

प्रधानमंत्री के साथ चीफ़ ऑफ़ डिफ़ेंस स्टाफ़ जनरल बिपिन रावत और आर्मी प्रमुख एम.एम. नरवणे भी थे। पहले इस यात्रा पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को जाना था लेकिन एन वक्त पर उनका कार्यक्रम रद्द हो गया। 

दूसरी ओर, गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद भारत और चीन के सैन्य कमांडर्स के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन ये बेनतीजा रही हैं। पूर्वी लद्दाख में अभी भी तनाव का माहौल है।भारत लगातार पुरानी स्थिति बहाल करने की बात कहता रहा है। लेकिन शातिर ड्रैगन ने अचानक से ही गलवान घाटी पर अपना हक़ जता दिया है और भारत कई बार कह चुका है कि वह उसका यह दावा अस्वीकार्य है। भारत-चीन सीमा विवाद पर देखिए वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष का वीडियो - 

मीडिया में आई ख़बरों और सैटेलाइट तसवीरों से यह साफ पता चल रहा है कि चीन लगातार सैन्य जमावड़ा बढ़ा रहा है और वह गलवान घाटी, पैंगोंग त्सो झील से पीछे हटने को तैयार नहीं दिखता। इस तरह की ख़बरें आ चुकी हैं कि चीन देपसांग, गलवान घाटी और हॉट स्प्रिंग के इलाक़ों से पीछे हटने की पेशकश कर पेंगोंग त्सो झील के फिंगर-4 और फ़िंगर-8 पर अपना कब्जा करने की फिराक में है। 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें