बिकिनी किलर के नाम से मशहूर चार्ल्स शोभराज ने कहा है कि वह नेपाल की सरकार और कई लोगों के खिलाफ मुकदमा करेगा। चार्ल्स शोभराज को नेपाल में 19 साल तक जेल में रहने के बाद शुक्रवार को रिहा कर दिया गया था। फ्रांस जाते वक्त उसने न्यूज़ एजेंसी एएफ़पी से कहा कि उसे बहुत अच्छा लग रहा है और उसे बहुत सारा काम भी करना है।
चार्ल्स शोभराज से जब यह पूछा गया कि क्या उसे सीरियल किलर कहना गलत है, इस पर चार्ल्स ने कहा कि हां यह बिल्कुल गलत है।
चार्ल्स शोभराज ने भारत, नेपाल और थाईलैंड के अलावा ग्रीस, तुर्की, ईरान, अफगानिस्तान, पाकिस्तान और मलेशिया में भी आपराधिक वारदातों को अंजाम दिया।
मसूद अजहर से मुलाकात
द इंडियन एक्सप्रेस को साल 2017 में दिए गए एक इंटरव्यू में चार्ल्स शोभराज ने जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर के साथ हुई मुलाकात के बारे में बताया था। उसने कहा था कि जब कंधार में विमान का अपहरण कर लिया गया था तो उस वक्त के तत्कालीन विदेश मंत्री जसवंत सिंह के साथ उसकी लंबी बातचीत हुई थी। हालांकि इस बारे में जब द इंडियन एक्सप्रेस ने खुफिया सूत्रों से बात की थी तो उन्होंने कहा था कि चार्ल्स शोभराज ने कुछ ज्यादा ही बढ़ा-चढ़ाकर दावा किया है।
चार्ल्स शोभराज को साल 2003 में नेपाल में गिरफ्तार कर लिया गया था। चार्ल्स से जब यह पूछा गया था कि वह जेल से रिहा होने के बाद क्या करेगा, तो उसने कहा था कि वह फ्रांस में अपने परिवार के पास जाएगा, उसने एक किताब लिखी है और इसे जल्द छापा जाएगा। चार्ल्स ने अपने परिवार के बारे में बताने से इंकार कर दिया था।
चार्ल्स शोभराज ने द इंडियन एक्सप्रेस से कहा था कि उसकी कई और साल जीने की इच्छा है और वह अपने जीवन को अपनी बेटी के साथ, किताबों के साथ, लिखने और व्यवसाय में व्यस्त रखना चाहता है। उसने यह भी कहा था कि उसे पैसे की कोई दिक्कत नहीं है।
बिकिनी किलर
1970 के दशक में थाईलैंड के पटाया में एक समुद्र तट पर 6 महिलाएं मरी हुई मिली थीं और यहीं से उसे बिकिनी किलर नाम मिला था क्योंकि इन सभी महिलाओं के शरीर पर सिर्फ बिकिनी थी।चार्ल्स जब तिहाड़ में था तो आलीशान जिंदगी जीता था। चौकीदारों को रिश्वत देता था और कैदियों से उसकी अच्छी दोस्ती थी। साल 1997 में जब वह तिहाड़ जेल से रिहा हुआ और फ्रांस लौटा तो उसने उसके जीवन पर बनने वाली फिल्मों से 15 लाख डॉलर तक कमाए और इंटरव्यू और फोटोग्राफ देने के लिए भी मोटी रकम वसूली।
तिहाड़ जेल से भागा
साल 1986 में बेहद हाई सिक्योरिटी वाली तिहाड़ जेल से शोभराज जिस तरह भागा, वह किस्सा भी दिलचस्प है। शोभराज ने जेल कर्मचारियों को यह भरोसा दिलाया कि उसका जन्मदिन है। उसने जन्मदिन के लिए पार्टी रखी और मिठाई और केक में नींद की गोलियां मिला दी और तिहाड़ जेल से निकलने में कामयाब रहा।
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