लोकसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) राहुल गांधी ने कहा कि अगले मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) के चयन पर मोदी सरकार ने उनकी बात नहीं सुनी। उन्होंने सरकार से बैठक टालने को कहा था। लेकिन सरकार ने राहुल की बात को अनसुना कर दिया। राहुल ने कहा कि अगर चयन समिति अगले सीईसी को चुनती है, तो यह संवैधानिक संस्थानों के लिए अपमानजनक और अशिष्टतापूर्ण होगा। वो भी तब, जब इस पैनल और प्रक्रिया को अदालत में चुनौती दी गई है। इस पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई (बुधवार को) होनी है।
आंबेडकर का जिक्र इसलिए किया
अपने असहमति नोट में राहुल गांधी ने संविधान सभा में जून 1949 में भीमराव आंबेडकर के भाषण का हवाला दिया और कहा कि संविधान की मसौदा समिति के प्रमुख ने भारत के लोकतंत्र और चुनाव आयोग के मामलों में कार्यकारी हस्तक्षेप के बारे में चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा कि एक स्वतंत्र चुनाव आयोग का सबसे बुनियादी पहलू यह है कि आयुक्तों और मुख्य चुनाव आयुक्त को चुनने की प्रक्रिया कार्यकारी हस्तक्षेप से मुक्त हो।गांधी ने मार्च 2023 के सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले का हवाला देते हुए कहा कि यह चुनावी प्रक्रिया की ईमानदारी को लेकर करोड़ों मतदाताओं की बड़ी चिंताओं को दर्शाता है। यह सार्वजनिक सर्वेक्षणों में भी दिखाई देता है जो भारत की चुनाव प्रक्रिया और इसकी संस्थाओं में मतदाताओं के भरोसे में निरंतर गिरावट दिखाते हैं।
During the meeting of the committee to select the next Election Commissioner, I presented a dissent note to the PM and HM, that stated: The most fundamental aspect of an independent Election Commission free from executive interference is the process of choosing the Election… pic.twitter.com/JeL9WSfq3X
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 18, 2025
“
प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा आधी रात को नए मुख्य चुनाव आयुक्त के चयन का फैसला लेना अपमानजनक और अशिष्टतापूर्ण है।
-राहुल गांधी, नेता विपक्ष, 18 फरवरी 2025 सोर्सः राहुल के एक्स हैंडल से
1988 बैच के केरल काडर के अधिकारी ज्ञानेश कुमार, जो पिछले साल चुनाव आयुक्त नियुक्त होने से पहले केंद्रीय सहकारिता मंत्रालय के सचिव के पद से रिटायर हुए थे, को सोमवार देर रात मुख्य चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया। प्रधानमंत्री की अगुआई वाली चयन समिति ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा। कुछ ही देर बाद सरकार ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी।
ज्ञानेश कुमार 2023 के नए कानून के तहत नियुक्त होने वाले पहले मुख्य चुनाव आयुक्त हैं। हरियाणा काडर के आईएएस विवेक जोशी को चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया है।
सरकार ने 2023 में मुख्य चुनाव आयुक्त एवं अन्य चुनाव आयुक्त (नियुक्ति, सेवा की शर्तें तथा पदावधि) अधिनियम पारित किया, जिसके तहत चयन समिति में बदलाव किया गया। इसमें सीजेआई को बाहर कर दिया गया।
सोमवार की बैठक 2024 में राहुल गांधी के विपक्ष का नेता बनने के बाद चयन पैनल की पहली बैठक थी। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और गांधी ने दिसंबर में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष का चयन करने के लिए बैठक में असहमति नोट दिया था।
अपनी राय बतायें