पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम से सीबीआई मुख्यालय में
गहन पूछताछ की गई है। लगभग तीन घंटे तक चली पूछताछ में उनसे आईनएक्स, इंद्राणी मुखर्जी, पीटर मुखर्जी, बेनामी कंपनी और पैसे वगैरह के बारे में सवाल पूछे गए। सीबीआई के डिप्टी एसपी आर पार्थसारथी ने ख़ुद पूछताछ की है। उन्हें बुधवार की रात
गिरफ़्तार किया गया, आज दोपहर बाद उन्हें सीबीआई अदालत में पेश किया जाएगा।
चिदंबरम को दोपहर बाद सीबीआई की अदालत में पेश किया गया। आईएनएक्स मीडिया और उससे जुड़े 305 करोड़ रुपये के कथित भ्रष्टाचार के मामले की जाँच पार्थसारथी ही कर रहे हैं। सुबह 10 बजे के आस पास शुरू हुई पूछताछ में क्या जानकारियाँ निकल कर आई हैं, यह अब तक पता नहीं चल सका है।
सीबीआई ने बुधवार की रात पूर्व वित्त मंत्री के घर घुस कर उन्हें गिरफ़्तार किया। उन्हें सीबीआई मुख्यालय ले जाया गया। गिरफ़्तारी की औपचारिकताएँ पूरी होने के बाद उन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उनके स्वास्थ्य की जाँच की गई।
ख़बरें हैं कि बुधवार की रात चिदंबरम को सीबीआई के गेस्टहाउस में रखा गया। यह वही गेस्टहाउस है, चिदंबरम ने वित्त मंत्री के रूप में जिसका उद्घाटन किया था।
ख़बर है कि रात में चिंदबरम ज़्यादातर समय चुप रहे और सीबीआई के आला अफ़सरों के पूछे गए दो-एक सवाल के ही जवाब दिए, वह भी 'हाँ' या 'ना' में।
सीबीआई का आरोप है कि आईएनएक्स मीडिया को विदेश निवेश की छूट देने में तत्कालीन वित्त मंत्री ने तमाम नियम-क़ानूनों का उल्लंघन किया था और इसके बदले में उनके बेटे कार्ती की कंपनी को 7 लाख डॉलर यानी 400 करोड़ रुपए ये ज़्यादा की रकम दी गई थी। आईएनएक्स मीडिया की पूर्व निदेशक इंद्राणी मुखर्जी ने सरकारी गवाह बनने के बाद यह जानकारी सीबीआई को दी थी। उनके इस बयान के आधार पर ही चिदंबरम को गिरफ़्तार किया गया है।
लेकिन इंद्राणी मुखर्जी ख़ुद अपनी ही बेटी की हत्या की मुख्य अभियुक्त हैं और उस आरोप में जेल में बंद हैं। क़ानून के जानकारों का कहना है कि ऐसे व्यक्ति के बयान को बहुत विश्वस्त नहीं माना जाता है। ऐसे में इस आधार पर चिदंबरम की गिरफ़्तारी से कई सवाल खड़े होते हैं।
अपनी राय बतायें