छह राज्यों में हुए 7 विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी को 4 सीटें मिलीं। इनमें से तीन सीटों पर तो उसने अपना कब्जा बरकरार रखा है, जबकि एक सीट को उसका फायदा मिला है। बिहार में एक सीट पर आरजेडी को जीत मिली है। तेलंगाना में एक सीट पर टीआरएस जीती है। महाराष्ट्र की अंधेरी ईस्ट सीट पर शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट ने बड़ी जीत हासिल की है। यह चुनाव ऐसे समय जीता गया है, जब उसकी सरकार को गिराकर बीजेपी और शिवसेना के शिंदे गुट की सरकार बनी है। ऋतुजा लटके ने 66000 से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की है। इस सीट से बीजेपी ने अपने उम्मीदवार का नाम वापस ले लिया था।
बीजेपी ने यूपी में गोला, हरियाणा में आदमपुर, बिहार की गोपालगंज और ओडिशा में धामनगर सीट जीत ली है। बिहार की मोकामा सीट आरजेडी ने जीत ली है। नीलम देवी ने बीजेपी की सोनम देवी को हरा दिया है। मोकामा सीट पहले भी आरजेडी के पास है। गोपालगंज सीट बीजेपी ने जीती है। हरियाणा में आदमपुर सीट कांग्रेस के पास थी लेकिन दरअसल यह भजनलाल परिवार की सीट है। परिवार के दल बदलने से सीट बीजेपी के खाते में तकनीकी रूप से चली गई है। यूपी को गोला गोकर्णनाथ सीट पर बीजेपी के अमन गिरि ने सपा के विनय तिवारी को 33 हजार वोटों से हरा दिया। यह सीट बीजेपी के पास ही थी। तेलंगाना के मुनुगोड़े में सत्तारूढ़ टीआरएस ने प्रतिद्वंद्वी भाजपा के खिलाफ बड़े अंतर से जीत हासिल की है।
भजनलाल के पोते भव्य बिश्नोई, जिन्होंने बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा, और आरजेडी की नीलम देवी, जिनके पति अनंत सिंह की अयोग्यता के कारण बिहार के मोकामा में उपचुनाव की जरूरत पड़ी, इन प्रमुख उम्मीदवारों में से थे। इन 6 राज्यों में 3 नवंबर को उपचुनाव हुए थे, उनमें बिहार के गोपालगंज, महाराष्ट्र के अंधेरी (पूर्व), तेलंगाना के मुनुगोड़े, उत्तर प्रदेश के गोला गोकर्णनाथ और ओडिशा के धामनगर शामिल हैं।
अधिकांश सीटों पर बीजेपी और क्षेत्रीय दलों जैसे तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS), राष्ट्रीय जनता दल (RJD), समाजवादी पार्टी (SP) और बीजू जनता दल (BJD) के बीच कड़ा मुकाबला देखा गया। जिन सात सीटों पर उपचुनाव हुए थे, उनमें बीजेपी के पास तीन और कांग्रेस के पास दो सीटें थीं, जबकि शिवसेना और आरजेडी के पास एक-एक सीट थी।
पूर्व मौजूदा विधायक कुलदीप बिश्नोई द्वारा कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जाने के लिए अगस्त में विधानसभा से इस्तीफा देने के बाद आदमपुर में उपचुनाव कराना पड़ा था। शिवसेना विधायक रमेश लटके के असामयिक निधन के कारण अंधेरी पूर्व में चुनाव लड़ा गया था। बिहार में मोकामा सीट, मौजूदा विधायक अनंत सिंह को एक आपराधिक मामले में दोषी ठहराए जाने के कारण बर्खास्त किए जाने के बाद खाली हुई थी। बीजेपी विधायक सुभाष सिंह के निधन के कारण बिहार के गोपालगंज में भी चुनाव लड़ना पड़ा।
तत्कालीन विधायक कोमाती रेड्डी राज गोपाल रेड्डी के 2 अगस्त को इस्तीफा देने के बाद मुनुगोड़े में उपचुनाव हुआ था। लखीमपुर खीरी जिले की गोला गोकर्णनाथ विधानसभा सीट पर मौजूदा विधायक अरविंद गिरी के निधन के बाद उपचुनाव कराया गया था, जबकि धामनगर सीट असामयिक निधन के कारण खाली हुई थी।
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