लंदन के वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने हीरों के भगोड़े व्यापारी नीरव मोदी की ज़मानत याचिका शुक्रवार को खारिज कर दी। वह फ़िलहाल जेल में ही रहेंगे। अगली सुनवाई 26 अप्रैल को वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के ज़रिए होगी।
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भारत के बैंकों से घपला कर अरबों रुपये लेकर भागे हीरों के व्यापारी नीरव मोदी को शुक्रवार को लंदन के वेस्टमिंस्टर अदालत में मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। उनकी ज़मानत याचिका पर सुनवाई हुई। याचिका का विरोध करते हुए ब्रिटेन के सरकारी वकील ने कहा कि मोदी लंदन से बाहर भाग जा सकते हैं, सबूतों को नष्ट कर सकते हैं और गवाहों को प्रभावित कर सकते हैं।
इसके पहले अभियोजन पक्ष ने नई फ़ाइल पेश की, जिसमें कई अहम जानकारियाँ दी गई हैं। ब्रिटिश सरकार के वकील टोबी कैडमैन ने कहा कि नीरव पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं, इसकी पूरी आशंका है कि वह लंदन से भाग जाएँ या सबूतों को नष्ट कर दें या गवाहों को प्रभावित करें।
मोदी की वकील क्लेअर मॉन्टगोमरी ने उनका पक्ष रखते हुए अदालत से कहा कि नीरव जनवरी 2018 से ही लंदन में रह रहे हैं, उन्हें पता है कि उनका प्रत्यावर्तन हो सकता है, पर उन्होंने ख़ुद को छिपाने की कोई कोशिश नहीं की। इसके पहले नीरव मोदी को गिरफ़्तार करन ेके बाद जब अदालत में पेश किया गया था, उन्होंने ज़मानत की अर्ज़ी दी थी, जिसे अदालत ने ख़ारिज कर दिया था। अदालत ने नीरव मोदी को शुक्रवार यानी 29 मार्च को अदालत में पेश करने का आदेश दिया था।
केंद्रीय जाँच ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय यानी एनफ़ोर्समेंट डाइरेक्टरेट की एक संयुक्त टीम लंदन पहुँची हुई है।
पंजाब नेशनल बैंक से लगभग 13,000 करोड़ रुपए क़र्ज़ लेकर बग़ैर चुकाए रफ़ूचक्कर हो गए हीरा व्यापारी नीरव मोदी फ़िलहाल जेल में हैं, लेकिन इसके ठीक पहले वह लंदन के एक आलीशान में फ़्लैट में रहते थे। दूसरोें के पैसे पर ऐश करने वाले मोदी के इस फ़्लैट की भव्यता का अनुमान इससे लगाया जा सकता है कि इसका मासिक भाड़ा ही 17,000 पौंड यानी तक़रीबन 17 लाख रुपये है।
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