निर्मला का हमला
शनिवार को राहुल गाँधी ने प्रवासी मज़दूरों से मुलाक़ात की, इसे निर्मला सीतारमण ने ड्रामेबाज़ी क़रार दिया है। उन्होंने सवाल किया कि क्या यह समय प्रवासी मज़दूरों से रास्ते पर मिलने का समय है, क्या यह ड्रामेबाजी नहीं है? उन्होंने कहा :“
'प्रवासी मज़दूरों के साथ बैठने और समय नष्ट करने के बदले वह उनके सूटकेस उठा कर उनके साथ चलते। वह कांग्रेस शासित राज्यों से कहते कि वे अधिक ट्रेनों की माँग करते और उनसे मज़दूरों को उनके घर पहुँचाते। यह ड्रामेबाजी नहीं है?'
निर्मला सीतारमण, वित्त मंत्री
कांग्रेस का पलटवार
कांग्रेस ने इस पर पलटवार करते हुए तीखी प्रतिक्रिया जताई है। पार्टी प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट किया, 'मज़दूर की बेबसी आपको ड्रामेबाज़ी लगती है? नंगे पाँव में पड़े सैंकड़ों छाले ड्रामेबाज़ी दिखते हैं? भूखे प्यासे चलते जाने की व्यथा ड्रामेबाज़ी है?'मोदीजी-निर्मलाजी,
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) May 17, 2020
राहत के मलहम की बजाय घाव पर नमक छिड़कना बंद करें। ये मज़दूर है,मजबूर नही।
मज़दूर की बेबसी आपको ड्रामेबाज़ी लगती है?
नंगे पाँव में पड़े सैंकड़ों छाले ड्रामेबाज़ी दिखते हैं?
भूखे प्यासे चलते जाने की व्यथा ड्रामेबाज़ी है?
सवेंदनहीन सरकार मज़दूरों से माफ़ी माँगे। pic.twitter.com/WyEJ7T5WRf
आदरणीय मुख्यमंत्री जी, मैं आपसे निवेदन कर रही हूँ, ये राजनीति का वक्त नहीं है। हमारी बसें बॉर्डर पर खड़ी हैं। हजारों श्रमिक, प्रवासी भाई बहन बिना खाये पिये, पैदल दुनिया भर की मुसीबतों को उठाते हुए अपने घरों की ओर चल रहे हैं। हमें इनकी मदद करने दीजिए। हमारी बसों को परमीशन दीजिए। pic.twitter.com/K2ldjDaSRd
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 17, 2020
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