कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि उनके और कांग्रेस के खिलाफ मीडिया में अभियान चलाया गया। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस काफी मजबूत है और पार्टी के अंदर कोई परेशानी नहीं है। राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के 100 दिन पूरे होने के मौके पर शुक्रवार को जयपुर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस उनको और कांग्रेस को बदनाम करने का काम करते हैं और इस काम में मीडिया भी शामिल है। उन्होंने कहा कि यह कहना कि कांग्रेस पार्टी खत्म हो गई, कांग्रेस पार्टी बिखर गई, बिल्कुल गलत है।
पिछले 3 महीने से ज्यादा वक्त से कई राज्यों का पैदल दौरा कर राजस्थान पहुंचे राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अभी जीवित है, कांग्रेस विचारधारा के दम पर लड़ती है और आने वाले वक्त में बीजेपी को हराकर दिखाएगी।
युद्ध की तैयारी में है चीन
तवांग में हुई झड़प को लेकर उन्होंने कहा कि चीन के खतरे को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। चीन लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश के छोर पर अपनी जबरदस्त तैयारी कर रहा है। भारत की सरकार सोई हुई है और वह कुछ सुनना नहीं चाहती। राहुल ने कहा कि चीन की तैयारी घुसपैठ की नहीं बल्कि युद्ध करने की है और हमारी सरकार इस बात को छुपाती है।
राहुल ने कहा कि उन्हें भारत जोड़ो यात्रा से बहुत कुछ सीखने को मिला है। उन्होंने कहा कि आज के वक्त में नेताओं और जनता के बीच में दूरी पैदा हो गई है और उन्होंने इस दूरी को खत्म करने के लिए भारत जोड़ो यात्रा पर निकलने का फैसला किया।
राहुल ने स्वीकार किया कि कांग्रेस ने भी बीते वक्त में गलतियां की हैं। उन्होंने कहा कि देश के लोग एक दूसरे से मोहब्बत करते हैं और उनमें भाईचारा है। उन्होंने कहा कि प्रेम और भाईचारा ही इस देश की संस्कृति है और इसे बदला नहीं जा सकता है।
उन्होंने कहा कि देश में आर्थिक अन्याय हो रहा है, कुछ लोगों के पास बहुत पैसा है और करोड़ों लोग ऐसे हैं जिनके पास कुछ नहीं है और यह सब को दिख रहा है। राहुल गांधी ने कहा कि देश को विजन देने का काम कांग्रेस ही कर सकती है। 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों के गठबंधन को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह सवाल कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से पूछा जाना चाहिए।
राजस्थान में अगले साल के अंत में विधानसभा के चुनाव होने हैं। लेकिन पिछले ढाई साल से राज्य में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के गुटों के बीच सियासी तल्खी बनी हुई है। इसे लेकर पार्टी की काफी किरकिरी भी हो चुकी है।
भारत जोड़ो यात्रा के जरिए राहुल गांधी की कोशिश कांग्रेस को मजबूत करने की है। यह यात्रा 3570 किमी. लंबी है। इस यात्रा के जरिए कांग्रेस देश के कई राज्यों में लोगों के बीच पहुंचने की कोशिश कर रही है और जब यह यात्रा पूरी होगी तो देखना होगा कि अगले आम चुनाव से पहले क्या पार्टी अपने कार्यकर्ताओं में ऊर्जा का संचार कर पाई है।
चुनौतियों का पहाड़
राहुल गांधी के सामने कांग्रेस को जिंदा करने की चुनौती है। साल 2023 में 10 राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने हैं। कांग्रेस 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में बुरी तरह शिकस्त खा चुकी है। अब उसके सामने 2024 का चुनाव करो या मरो वाला है। ऐसे में राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ ही पार्टी के तमाम पदाधिकारियों, नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ कदम से कदम मिलाते हुए कांग्रेस को विधानसभा चुनावों में जीत दिलानी होगी। इसके साथ ही विपक्षी दलों के नेताओं से तालमेल कायम रखते हुए बीजेपी के सामने एक मजबूत फ्रंट बनाने की चुनौती भी कांग्रेस और राहुल गांधी के सामने है।
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