loader

असम के सीएम सरमा की घटिया टिप्पणी- 'क्या हमने कभी पूछा कि राहुल राजीव गांधी के बेटे हैं?'

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने आज उत्तराखंड में चुनाव प्रचार करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ओर इशारा कर बहुत घटिया दर्जे की टिप्पणी की। सोशल मीडिया पर लोगों ने असम के सीएम के विवादास्पद बयान पर तीखी टिप्पणियां की हैं। असम के सीएम इस बात पर आहत हैं कि राहुल ने सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल क्यों उठाया। 2016 के सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाने के लिए राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने आज उत्तराखंड में एक चुनावी रैली कहा, "राहुल गांधी बिपिन रावत के नेतृत्व वाली सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत चाहते थे। क्या हमने कभी इस बात का सबूत मांगा कि आप किस पिता के बेटे हैं? आपको सेना से सबूत मांगने का अधिकार किसने दिया? अगर हमारे सैनिकों ने कहा है कि उन्होंने पाकिस्तान के अंदर हमला किया है तो किया है। यही अंतिम है।”

ताजा ख़बरें
सरमा ने कहा, "अगर हमारे सैनिकों ने कहा है कि उन्होंने पाकिस्तान के अंदर हमला किया है, तो यह अंतिम है। क्या आप बिपिन रावत या सैनिकों पर विश्वास नहीं करते हैं?  2016 में, उरी में एक आतंकी हमले के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने के लिए सेना ने नियंत्रण रेखा के पार एक सर्जिकल स्ट्राइक की। कई विपक्षी नेताओं ने ऑपरेशन पर सवाल उठाया था। उसी पर सरमा ने कहा - 

क्या हमने कभी पूछा है कि क्या आप वास्तव में राजीव गांधी के बेटे हैं या नहीं? तो सैनिकों का अपमान मत करो।


-हिमंत बिस्वा सरमा, सीएम असम शुक्रवार को उत्तराखंड रैली में

मुख्यमंत्री ने हिजाब का मुद्दा भी उठाया। सीएम सरमा वही शख्स है, जिन्होंने कांग्रेस छोड़ कर 2015 में बीजेपी ज्वाइन की थी।

असम के सीएम ने कहा, "कॉलेज और स्कूल पढ़ाई के लिए हैं न कि फैशन शो के लिए। हमें कोई समस्या नहीं है कि कोई क्या पहनना चाहता है। लेकिन स्कूलों और कॉलेजों में वे हिजाब पहनना चाहते हैं ... कल हिंदू कहेंगे कि हम एक विशेष पहनना चाहते हैं पोशाक, ईसाई कहेंगे कि हम एक विशिष्ट पोशाक पहनना चाहते हैं।"
बीजेपी शासित कर्नाटक के कई कॉलेजों में छात्राएं क्लास में हिजाब पहनने पर प्रतिबंध का विरोध कर रहे हैं। कुछ कॉलेजों में प्रतिद्वंद्वी गुट ने भगवा दुपट्टे के साथ विरोध किया और हिंसा की। जिससे पुलिस को परिसर में आंसू गैस के गोले दागने पड़े।

असम के सीएम ने कहा, "मुस्लिम लड़कियों में डॉक्टर, इंजीनियर बनने की ख्वाहिश होती है... आप अपने हिजाब एजेंडे से उन्हें कहां फंसा रहे हैं?" आप कहीं भी हिजाब पहन सकती हैं लेकिन स्कूलों और कॉलेजों में केवल वर्दी की अनुमति दी जानी चाहिए। वर्दी छात्र-छात्राओं के बीच समानता, प्यार और सम्मान लाती है। कांग्रेस कह रही है कि मुस्लिम लड़कियों को डॉक्टर, इंजीनियर नहीं बनना चाहिए बल्कि हिजाब के एजेंडे में व्यस्त रहना चाहिए।"

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें