loader

सभी 26 विपक्षी दलों ने कहा देश में हो जाति जनगणना 

बेंगलुरु में मंगलवार को हुई 26 विपक्षी दलों की बैठक में कई अहम प्रस्ताव पास किए गए। इन दलों ने जाति जनगणना लागू करने की मांग की है। अब INDIA नाम से पहचान रखने वाले इस विपक्षी गठबंधन के सदस्यों ने इन प्रस्तावों पर सहमति दे दी है। 

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस बैठक के बाद इनकी घोषणाएं की और इनके बारे में बताया। उन्होंने कहा है कि वे अल्पसंख्यकों के खिलाफ पैदा की जा रही नफरत और हिंसा के साथ-साथ महिलाओं, दलितों, आदिवासियों और कश्मीरी पंडितों के खिलाफ बढ़ते अपराधों को हराने के लिए हम एक साथ आए हैं। 
इसमें प्रस्ताव पारित कर कहा गया कि 2024 के लोकसभा चुनावों में सत्तारूढ़ एनडीए से मुकाबला करने वाले विपक्षी गठबंधन को INDIA कहा जाएगा। इसमें I से इंडिया, N से नेशनल, D से डेवलपमेंटल, I से इनक्लूसिव और A से अलायंस होगा। बैठक के बाद घोषणा की गई कि इस गठबंधन के समन्वय के लिए 11 सदस्यीय समिति का गठन किया जाएगा। 

कहा, लोकतंत्र पर हो रहा योजनाबद्ध तरीके से हमला

प्रस्ताव में कहा गया कि भाजपा द्वारा योजनाबद्ध तरीके से हमारे लोकतंत्र पर हमला किया जा रहा है। भारतीय संविधान के मूलभूत स्तंभ धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र, आर्थिक संप्रभुता, सामाजिक न्याय और संघवाद  को व्यवस्थित और खतरनाक तरीके से कमजोर किया जा रहा है। 

हम अपने देश के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण मोड़ पर हैं। ऐसे में सभी दलों ने संविधान में निहित भारत के विचार की रक्षा के लिए अपना दृढ़ संकल्प व्यक्त किया है। बैठक में पारित संयुक्त प्रस्ताव में कहा गया है कि हम सभी सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक रूप से पिछड़े समुदायों के लिए निष्पक्ष सुनवाई की मांग करते हैं। हम मांग करते हैं कि पहले कदम के रूप में, जाति जनगणना का जाए। 

विपक्षी दलों ने लिया विकल्प देने का संकल्प

इसमें कहा गया है कि नफरत से भरे जहरीले अभियान ने सत्तारूढ़ दल और उसकी विभाजनकारी विचारधारा का विरोध करने वाले सभी लोगों के खिलाफ क्रूर हिंसा को जन्म दिया है। ये हमले न केवल संवैधानिक अधिकारों और स्वतंत्रता का उल्लंघन कर रहे हैं बल्कि उन बुनियादी मूल्यों को भी नष्ट कर रहे हैं जिन पर भारतीय लोकतंत्र की स्थापना हुई है। विपक्षी दलों ने संयुक्त बयान में कहा कि हम देश के सामने एक वैकल्पिक राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक एजेंडा पेश करने का संकल्प लेते हैं।
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें