अग्निवीरों को सेना में भर्ती होने के लिए अब पहले एंट्रेंस परीक्षा देना होगी। सेना ने अग्निवीरों के लिए अपनी भर्ती प्रक्रिया में बदलाव की घोषणा करते हुए कहा कि इच्छुक उम्मीदवारों को पहले एक ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा (सीईई) से गुजरना होगा। इसके बाद भर्ती रैलियों के दौरान शारीरिक फिटनेस परीक्षण और फिर चयन से पहले मेडिकल किया जाएगा।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक सेना ने अपने एक विज्ञापन में सैनिकों की भर्ती के लिए तीन चरणों की परीक्षा का ब्यौरा दिया गया है। विज्ञापन शुक्रवार को जारी किया गया।
इससे पहले, अग्निवीर उम्मीदवारों को फिजिकल फिटनेस टेस्ट से गुजरना होता था, जिसके बाद उनका मेडिकल टेस्ट होता था। अंतिम चरण के रूप में उन्हें एंट्रेंस टेस्ट पास करना होता था।
पहले भर्ती रैलियों में भाग लेने वाले उम्मीदवारों की संख्या छोटे शहरों में 5,000 से लेकर बड़े शहरों में 1.5 लाख तक थी।
नियमों में बदलाव की खास वजह
सेना के अधिकारियों ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि भर्ती प्रक्रिया में बदलाव भर्ती रैलियों में आने वाले हजारों उम्मीदवारों से निपटने के लिए जरूरी भारी प्रशासनिक लागत और भोजन व्यवस्था को देखते हुए किया गया है।
अधिकारी ने बताया कि पहले की प्रक्रिया में बड़ी संख्या में उम्मीदवारों की स्क्रीनिंग की जाती थी, जिससे प्रशासनिक संसाधनों पर जोर पड़ता था। एक अधिकारी ने कहा, कानून और व्यवस्था की स्थिति से निपटने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात करना पड़ता था। रैलियों के लिए पर्याप्त डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों को तैनात करना पड़ता था।
अधिकारी ने कहा कि नई भर्ती प्रक्रिया रैलियों के आयोजन में शामिल लागत को काफी हद तक कम करेगी। प्रशासनिक और भोजन पर होने वाले खर्च को भी कम कर देगी।
एक दूसरे अधिकारी ने कहा कि आधुनिकीकरण पर जोर देने और भविष्य में सेना में विशिष्ट तकनीकों को शामिल करने की योजना के साथ, बल में अकादमिक रूप से मजबूत सैनिकों का एक पूल होना विवेकपूर्ण है।
अधिकारी ने कहा, नई प्रक्रिया से एंट्रेंस को पहला स्क्रीनिंग चरण बनाएगी, बेहतर योग्य उम्मीदवारों को सामने लाएगी। फिर उनके शारीरिक फिटनेस की जांच होगी और उन्हें मेडिकल से गुजरना होगा।
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