loader

जामिया गोलीबारी पर अमित शाह ने कहा, दोषी को नहीं बख्शेंगे, होगी कड़ी कार्रवाई

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि जामिया गोलीबारी के संदिग्ध को बख़्शा नहीं जाएगा। सरकार कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेगी। उन्होंने इस मुद्दे पर दिल्ली पुलिस के प्रमुख से बात भी की है। 

अमित शाह ने कहा, 'आज दिल्ली में जो गोली चलाने की घटना हुयी है, उस पर मैंने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से बात की है और उन्हें कठोर से कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।' 

उन्होंने इसके आगे कहा, 'केंद्र सरकार इस तरह की किसी भी घटना को बर्दाश्त नहीं करेगी, इसपर गंभीरता से कार्यवाही की जाएगी और दोषी को बख्शा नहीं जायेगा।'

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने भी कहा है कि 'कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा, जो कोई क़ानून तोड़ेगा, उसके ख़िलाफ़ कार्रवाई होगी, बात बहुत सीधी है। कोई भी आदमी क़ानून या देश से ऊपर नहीं है।' 
बता दें कि दिल्ली स्थित जामिया मिल्लिया इसलामिया के बाहर एक आदमी ने गोली चला दी, जिससे पत्रकारिता का एक छात्र घायल हो गया, गोली उसके हाथ में लगी। उसे एम्स के ट्रॉमा सेंटर में दाखिल कराया गया है। 

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस पर सवाल उठाया कि आख़िर ये सब हो क्या रहा है? उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली की क़ानून व्यवस्था पर ध्यान दिया जाना चाहिए। 

उत्तर प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक विक्रम सिंह ने कहा है कि यदि वह उस समय जामिया की ड्यूटी पर होते तो हमलावर को गोली मार देते। उन्होंने कहा कि वह वहाँ होते तो हमलावर के घुटने के नीचे गोली मार कर उसे निष्क्रिय कर देते और उसके बाद उस पर काबू पा लेते। 

बता दें कि दिल्ली स्थित जामिया मिल्लिया इसलामिया के पास गुरुवार की दोपहर को एक शख़्स ने गोली चला दी। विश्वविद्यालय के सामने की सड़क पर एक आदमी ने रिवॉल्वर लहराते हुए चिल्ला कर कहा, ‘ये लो आज़ादी। इतना कह कर उसने गोली चला दी। उसने गोली चलाते हुए 'दिल्ली पुलिस जिंदाबाद' के नारे भी लगाए।
पुलिस ने हमलावर को गिरफ़्तार कर लिया है। हमलावर का नाम रामभक्त गोपाल बताया जा रहा है। उसने अपने फ़ेसबुक पोस्ट में अपने किसी दोस्त चंदन का जिक्र करते हुए कहा है कि यह बदला उसके लिए है। इस गोलीबारी में पत्रकारिता विभाग का एक छात्र घायल हो गया। उसके हाथ पर गोली लगी है। उसके हाथ से ख़ून बहने लगा। उसे ऑल इंडिया इंस्टीच्यूट ऑफ़ मेडिकल साइसेंज के ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया है।
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

इंडिया गठबंधन से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें