तबलीग़ी जमात के दिल्ली में हुए धार्मिक सम्मेलन में भाग लेने वाले 8 मलेशियाई नागरिकों को दिल्ली हवाई अड्डे पर पकड़ लिया गया है। वे दिल्ली के इंदिरा गाँधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने वाले विशेष जहाज़ को पकड़ने ही वाले थे कि उन्हें रोक लिया गया।
हालांकि सरकार ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगा दी है, कुछ देशों को अपने फँसे हुए नागरिकों को निकालने के लिए विशेष उड़ान की छूट दी गई है।
जहाज़ उड़ने के पहले पकड़े गए
मलेशिया की सरकार ने अपने लोगों को भारत से निकालने के लिए विशेष जहाज़ का इंतजाम किया था।
मलेशिया के इन 8 नागरिकों ने मार्च में दिल्ली में हुए जमात के धार्मिक सम्मेलन में भाग लिया था। जब कोरोना संक्रमण की बात फैली, ये लोग दिल्ली में अलग-अलग जगह छिप गए।
ये रविवार को मलिन्डो एअर की राहत उड़ान पकड़ने ही वाले थे कि इमीग्रेशन विभाग के अधिकारियों ने इन्हें रोक लिया। इनसे पूछताछ कर इन्हें पुलिस के हवाले कर दिया गया।
दिल्ली पुलिस तबलीग़ी जमात के कार्यक्रम में भाग लेने वाले लोगों के मोबाइल फ़ोन को ट्रेस कर रही थी। मलेशिया के इन नागरिकों को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के हवाले कर दिया गया है।
हड़कंप
जमात ने मार्च के दूसरे हफ़्ते में दिल्ली में यह कार्यक्रम आयोजित किया था। इस कार्यक्रम में 9 हज़ार से अधिक लोगों ने भाग लिया था। बाद में जमात के दिल्ली स्थित मुख्यालय से कई लोगों को निकाला गया तो उनमें से कई लोगों में कोरोना संक्रमण के लक्षण पाए गए थे। उसके बाद हड़कंप मचा।
शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की एक रिपोर्ट में कहा गया कि कोरोना वायरस के जितने भी मामले आए हैं उनमें से क़रीब 33 फ़ीसदी जमात के कार्यक्रम में जुटी भीड़ से जुड़े हुए हैं।
इस रिपोर्ट के अनुसार तब तक आए
3072 पॉजिटिव मामलों में से 1,023 मामलों का संबंध किसी न किसी रूप में तबलीग़ी जमात के कार्यक्रम से रहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा है कि उन सभी 17 राज्यों में संपर्क जारी है, जहाँ से लोग जमात के कार्यक्रम में भाग लेने दिल्ली गए थे। इन 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में तमिलनाडु, दिल्ली, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, जम्मू और कश्मीर, महाराष्ट्र, कर्नाटक, असम, उत्तराखंड, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, केरल, अरुणाचल प्रदेश, झारखंड और अंडमान व नोकोबार द्वीप समूह शामिल हैं।
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