एनसीबी मुंबई के ज़ोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के ख़िलाफ़ आरोपों की जाँच बुधवार से शुरू हो जाएगी। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी ने अपने विजिलेंस सेक्शन की पाँच सदस्यीय टीम को इसकी जाँच की ज़िम्मेदारी सौंपी है। टीम बुधवार को मुंबई जाएगी। क्रूज ड्रग्स मामले, आर्यन ख़ान व दूसरे मामलों में समीर वानखेड़े के ख़िलाफ़ लगे आरोपों के बाद यह जाँच की जा रही है।
एजेंसी ने इस मामले में गवाह के रूप में नामित एक व्यक्ति द्वारा समीर वानखेड़े के ख़िलाफ़ लगाए गए रिश्वत के आरोपों की सतर्कता जांच का आदेश दिया था। हालाँकि, इसके बाद भी वानखेड़े के ख़िलाफ़ कई और आरोप लगाए जा चुके हैं।
महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने मंगलवार को ही एनसीबी के एक अज्ञात अधिकारी के पत्र के हवाले से आरोप लगाया है कि समीर वानखेड़े और उनकी टीम ने करोड़ों रुपये की वसूली की है। मलिक ने 4 पेज की चिट्ठी जारी करते हुए आरोप लगाया है और पिछले एक साल में एनसीबी के 26 ऐसे केसों का खुलासा किया है जिनमें समीर वानखेड़े ने अपने अधिकारियों के साथ मिलकर कथित तौर पर वसूली की थी। बॉलीवुड के कलाकारों से भी वसूली की गई, इस बात का भी ज़िक्र इस चिट्ठी में किया गया है।
नवाब मलिक द्वारा जारी की गई इस चिट्ठी के बारे में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के डिप्टी डीजी मुथा अशोक जैन का कहना है कि एनसीबी वानखेड़े और अन्य अधिकारियों पर लगे आरोपों की जाँच करेगी।
समीर वानखेड़े को महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक के कई आरोपों का भी सामना करना पड़ रहा है। इसमें जाली दस्तावेजों के माध्यम से अनुसूचित जातियों के कोटा को हड़पने से लेकर जबरन वसूली और अवैध फोन टैपिंग तक के आरोप शामिल हैं।
इससे पहले आर्यन ख़ान मामले में एनसीबी के एक गवाह ने चौंकाने वाले खुलासे किए थे और समीर वानखेड़े पर कई आरोप लगाए थे।
गवाह और खुद को केवी गोसावी का बॉडीगार्ड बताने वाले प्रभाकर सेल ने दावा किया है कि उसने '18 करोड़ के सौदे' की बात सुनी थी जिसमें से '8 करोड़ रुपये समीर वानखेड़े को दिए जाने' की बात कही जा रही थी। हालाँकि इन आरोपों को एनसीबी के अधिकारी समीर वानखेड़े ने खारिज किया है और कहा है कि वह इसका मुंहतोड़ जवाब देंगे। केपी गोसावी उर्फ किरन गोसावी वही शख्स है जो ख़ुद को प्राइवेट डिटेक्टिव बताता है और जो एनसीबी की हिरासत में आर्यन ख़ान के साथ सेल्फी को लेकर चर्चा में आया था। बाद में जब उस गोसावी के बारे में पता चला कि उसके ख़िलाफ़ पहले से ही कई मुक़दमे चल रहे हैं तो वह ग़ायब हो गया। उसके ख़िलाफ़ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है।
इस मामले में नवाब मलिक लगातार समीर वानखेड़े और बीजेपी पर हमलावर हैं। उन्होंने हाल ही में वानखेड़े पर ये आरोप लगाए थे कि वह मालदीव और दुबई में गए थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि कहीं समीर वानखेड़े ने मालदीव में कुछ फ़िल्मी सितारों से कोई कार्रवाई नहीं करने के एवज में कोई वसूली तो नहीं की थी? वानखेड़े ने इन आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि वे मालदीव में तो छुट्टी मनाने गए थे लेकिन दुबई में नहीं गए थे।
इस बीच वानखेड़े एक दिन पहले ही यानी सोमवार को दिल्ली आए थे, लेकिन उन रिपोर्टों को खारिज कर दिया कि उन्हें उनके प्रमुख द्वारा समन दिया गया था। उन्होंने मंत्री के आरोपों का खंडन करते हुए अदालत में हलफनामा दायर किया है।
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