भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को कहा है कि जिस कफ सीरप से गांबिया में बच्चों की मौत हुई है उसको केवल निर्यात के लिए बनाया गया था और उसे भारत में नहीं बेचा गया। इस मामले में भारत सरकार ने भी उस कफ सीरप के मामले की जाँच के आदेश दिए हैं। भारत की एक कफ सीरप कंपनी द्वारा बनाए गए उस कफ सीरप को गांबिया ने हटाना शुरू कर दिया है। रिपोर्टों में दावा किया गया है कि वहाँ घर घर जाकर उस कफ सीरप को अब इकट्ठा किया जा रहा है। वह कफ सीरप कथित तौर पर गांबिया में 66 बच्चों की मौत से जुड़ा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ द्वारा चेतावनी देने के बाद यह फ़ैसला लिया गया है।
भारत में जाँच के आदेश के बाद हरियाणा सरकार ने सोनीपत स्थित एक फर्म द्वारा निर्मित चार कफ सीरप के नमूने जांच के लिए कोलकाता में केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला को भेजे हैं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने गुरुवार को यह जानकारी दी है।
Haryana sends samples to Kolkata lab after WHO alert on cough syrups made by Sonipat firm https://t.co/ahFrWm9uHg via @ThePrintIndia
— ANIL VIJ MINISTER HARYANA (@anilvijminister) October 6, 2022
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्येयियस ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा कि यूएन एजेंसी भारत के दवा नियामक और दवा निर्माता के साथ उन मौतों की जाँच कर रही है। रिपोर्टों में कहा गया है कि गुर्दे को हुए नुक़सान के बाद वे मौतें हुई हैं।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, डब्ल्यूएचओ की ओर से ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया को बीती 29 सितंबर को इन कफ सीरप को लेकर अलर्ट भेजा गया था। इसके बाद सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन ने इस मामले में जांच शुरू की।
डब्ल्यूएचओ की ओर से 23 सैंपल की जांच की गई और इनमें से 4 सैंपल में डायथाइलीन ग्लाइकॉल और एथिलीन ग्लाइकॉल होने की बात सामने आई है।
ये पदार्थ इंसानों के लिए जहरीले होते हैं और बेहद नुकसानदेह भी साबित हो सकते हैं। इनके जहरीले असर से पेट में दर्द, उल्टी, दस्त, पेशाब ना हो पाना, सिर दर्द, दिमाग का घूमना और किडनी को नुकसान पहुंचना भी शामिल है और इससे मौत भी हो सकती है। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि जब तक इनकी किसी सक्षम प्राधिकरण से जांच नहीं की जाती, इन उत्पादों को पूरी तरह असुरक्षित समझा जाना चाहिए।
रिपोर्ट के अनुसार मेडेन फार्मास्यूटिकल्स के निदेशक नरेश कुमार गोयल ने रॉयटर्स को बताया कि उन्होंने गुरुवार सुबह ही मौतों के बारे में सुना और इसका और पता लगाने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने कहा, 'हम खरीदार के साथ यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि वास्तव में क्या हुआ है। हम भारत में कुछ भी नहीं बेच रहे हैं।'
अपनी राय बतायें