loader
रुझान / नतीजे चुनाव 2024

झारखंड 81 / 81

इंडिया गठबंधन
56
एनडीए
24
अन्य
1

महाराष्ट्र 288 / 288

महायुति
233
एमवीए
49
अन्य
6

चुनाव में दिग्गज

बाबूलाल मरांडी
बीजेपी - धनवार

आगे

चंपाई सोरेन
बीजेपी - सरायकेला

आगे

सैलजा ने की शिकायत, कहा- हुड्डा को जारी हो कारण बताओ नोटिस 

हरियाणा कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को कारण बताओ नोटिस जारी करने की मांग की है। एआईसीसी के सूत्रों के मुताबिक, कुमारी सैलजा ने कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी विवेक बंसल के सामने हुड्डा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। हुड्डा के खिलाफ यह शिकायत कांग्रेस छोड़ने वाले नेता गुलाम नबी आजाद से मुलाकात पर दर्ज कराई गई है। 

बता दें कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मंगलवार को गुलाम नबी आजाद से मुलाकात की थी और इस दौरान उनके साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण भी रहे थे। 

आनंद शर्मा और पृथ्वीराज चव्हाण कांग्रेस में असंतुष्ट नेताओं के गुट G-23 में शामिल हैं और पार्टी के कामकाज को लेकर लगातार सवाल उठाते रहे हैं। हालांकि हुड्डा के साथ ही आनंद शर्मा और पृथ्वीराज चव्हाण ने इसे शिष्टाचार मुलाकात बताया था। 

हरियाणा कांग्रेस में कुमारी सैलजा और भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गुटों की लड़ाई किसी से छिपी नहीं है।

इकनॉमिक टाइम्स ने जब इस बारे में केसी वेणुगोपाल से संपर्क किया तो उनकी ओर से कोई जवाब नहीं आया। हालांकि हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी विवेक बंसल ने कहा कि उन्हें हरियाणा कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं की ओर से भूपेंद्र सिंह हुड्डा के द्वारा गुलाम नबी आजाद के साथ मुलाकात करने के बारे में शिकायत मिली है। 

बंसल ने कहा कि वह इस मामले को कांग्रेस हाईकमान के सामने रखेंगे। 

Bhupinder Singh Hooda meeting Ghulam Nabi Azad Kumari Selja - Satya Hindi
कुमारी सैलजा ने इकनॉमिक टाइम्स से कहा कि उन्हें इस बात से बेहद धक्का लगा कि कांग्रेस हाईकमान के द्वारा हरियाणा में पार्टी की बागडोर सौंपने के बाद भी हुड्डा गुलाम नबी आजाद से मिले। सैलजा ने कहा कि गुलाम नबी आजाद ने हमारे नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ न सिर्फ व्यक्तिगत टिप्पणियां की बल्कि उन्होंने एक राजनीतिक दल का गठन करने का भी एलान किया। 
यूपीए सरकार के दौरान मंत्री रहीं कुमारी सैलजा ने कहा कि हुड्डा के द्वारा गुलाम नबी आजाद से मुलाकात करने के कारण कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच गलत संदेश गया है और यह किसी भी निष्ठावान कांग्रेसी के लिए पूरी तरह अस्वीकार्य है।

हुड्डा के करीबी को बनाया था अध्यक्ष 

कांग्रेस हाईकमान ने इस साल अप्रैल में कुमारी सैलजा को हटाकर भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी उदय भान को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया था। इस तरह हरियाणा कांग्रेस में हुड्डा का एकछत्र राज्य स्थापित हो गया था क्योंकि प्रदेश अध्यक्ष उनके करीबी हैं जबकि नेता प्रतिपक्ष का पद हुड्डा के पास है और उनके बेटे दीपेंद्र हुड्डा राज्यसभा के सांसद हैं। 

Bhupinder Singh Hooda meeting Ghulam Nabi Azad Kumari Selja - Satya Hindi

हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी

भूपेंद्र सिंह हुड्डा हरियाणा कांग्रेस में सबसे ताक़तवर नेता हैं और 2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने उनके नेतृत्व में बेहतर प्रदर्शन किया था। हरियाणा कांग्रेस के बारे में कहा जाता है कि यहां पार्टी कई गुटों में बंटी हुई है। इनमें सबसे बड़ा गुट हुड्डा का है, इसके बाद कुमारी सैलजा, कांग्रेस विधायक दल की पूर्व नेता किरण चौधरी और पूर्व राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला का भी अपना गुट है। 

गुटबाजी के कारण ही प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रहे अशोक तंवर को पार्टी छोड़नी पड़ी थी और अब वह टीएमसी के रास्ते होते हुए आम आदमी पार्टी में आ चुके हैं। कुछ वक्त पहले ही पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे। 

हरियाणा से और खबरें

देखना होगा कि राहुल गांधी के खिलाफ बयानबाजी करने वाले गुलाम नबी आजाद से मुलाकात पर पार्टी हाईकमान भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ क्या कार्रवाई करता है।  हरियाणा में जल्द ही निकाय चुनाव भी होने हैं। 

राहुल पर बोला था हमला

गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस छोड़ने के बाद पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर जमकर हमले किए थे और कहा था कि उन्हें पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर किया गया। आजाद जल्द ही जम्मू-कश्मीर में अपने नए राजनीतिक दल का गठन करने वाले हैं। पिछले कुछ दिनों में जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के कई बड़े नेता पार्टी छोड़कर गुलाम नबी आजाद के साथ आ चुके हैं। जम्मू-कश्मीर में कुछ ही महीनों के भीतर विधानसभा के चुनाव होने हैं। 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

हरियाणा से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें