क्या लिखा था सुसाइ़ड नोट में?
गीतिका ने यह आरोप लगाया था कि कांडा ने उनका और उनके परिवार का बार-बार शोषण किया था।
उन्होंने साफ़ कहा था कि कांडा ने उन्हें आत्महत्या करने पर मजबूर किया था। उन दोनों के बीच ऐसा कुछ था, जिसकी वजह से वह अपनी जान देने को बाध्य हैं, उन्होंने यह लिखा था।
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मैं अपना जीवन ख़त्म कर रही हूँ, क्योंकि मैं अंदर से टूट चुकी हूँ। मेरा विश्वास तोड़ा गया और मुझे छला गया। अरुणा चड्ढा और गोपाल गोयल कांडा इसके लिए ज़िम्मेदार हैं।
गीतिका शर्मा, मृतिका एअर होस्टेस, एमडीएलआर एअरलाइन्स
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वह (गोपाल कांडा) धोखेबाज है, इन दोनों (कांडा और अरुणा चड्ढा) को अपने किए के लिए और मेरे परिवार के प्रति बुरी मंशा रखने के लिए सज़ा मिलनी ही चाहिए।
गीतिका शर्मा, मृतिका एअर होस्टेस, एमडीएलआर एअरलाइन्स
गीतिका ने कांडा की सहयोगी अरुणा चड्ढा के बारे में लिखा था, 'मुझे आहत करने, परेशान करने और मेरे परिवार को बर्बाद करने में अरुणा ने गोपाल कांडा की मदद की है। वह मेरी शुभचिंतक बनने की बात करती थी, पर उसने अंत में अपना असली चेहरा दिखा ही दिया।'
गीतिका ने 5 अगस्त 2012 को ख़ुदकुशी की थी। उनका शव अशोक विहार स्थित घर पर पंखे से लटका हुआ पाया गया था। हरियाणा के पूर्व मंत्री गोपाल कांडा के ख़िलाफ़ अदालत ने ग़ैर-ज़मानती वारंट जारी किया था और सह-अभियुक्त अरुणा चड्ढा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
कांडा ने खुद पर लगे आरोपों को ग़लत बताया था और वह लगभग 10 दिन तक अंडरग्राउंड रहे थे। इसके बाद उन्होंने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। वह लगभग 18 महीने जेल में बंद रहे थे। जेल से निकलने के बाद उन्होंने अपने भाई के साथ मिल कर हरियाणा लोकहित पार्टी की स्थापना की थी और चुनाव लड़े थे। इस बार भी उन्होंने इसी दल से सिरसा से चुनाव लड़ा और जीत भी गए।
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