लीजिए, कहाँ हम चाँद और मंगल पर जाने की बात कह रहे हैं और यहाँ धरती पर ही लड़कियों के मोबाइल रखने पर ही पाबंदी भी लगा रहे हैं! हो गए डिजिटल! बन गए आधुनिक! कर ली दुनिया मुट्ठी में! ऐसे तो न्यू इंडिया बनने से रहा!
‘सबका साथ-सबका विकास’ का नारा देने वाले प्रधानमंत्री मोदी के गृह राज्य गुजरात में ही ऊँची जाति के कुछ लोगों ने एक दलित उप-सरपंच को कथित रूप से पीट-पीट कर मार डाला।
लोकसभा चुनाव लड़ने की हार्दिक पटेल की उम्मीदों को उस वक़्त एक और झटका लगा जब सुप्रीम कोर्ट ने दंगा भड़काने के मामले में उनकी सजा को निलंबित करने की याचिका पर तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया।
प्रवीण तोगड़िया राम मंदिर आन्दोलन के नेता थे और एक दौर में नरेंद्र मोदी के मित्र भी। लेकिन इस बार वह अपना राजनीतिक दल बनाकर बीजेपी के ख़िलाफ़ ताल ठोकने जा रहे हैं।
गुजरात के मंत्री ने दुष्कर्म मामले में दोषी आसाराम के आश्रम को युवाओं को संस्कारी बनाने के लिए बधाई दी है। बीजेपी में कई और नेता हैं जिन्होंने महिलाओं के ख़िलाफ़ बयान दिए हैं।
'वाईब्रेंट गुजरात' को मेगा इवेेंट के रूप में पेश किया जाता है और इसे नरेंद्र मोदी की बड़ी कामयाबी बताया जाता है, पर बस वही चीज नहीं है जो इसका मक़सद है और वह विदेश पूँजी निवेश।
गुजरात दंगों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका पर सवाल उठाने वाले आईपीएस संजीव भट्ट की पत्नी ने कहा है कि उन्हें और उनके बेटे को जान से मारने की कोशिश की गई।
ब्रिटिश सरकार ने 18 से 20 जनवरी तक होने वाले ‘वाइब्रेंट गुजरात’ समिट में भाग लेने से आधिकारिक तौर पर इनकार कर दिया है, जबकि अमरीका, ऑस्ट्रेलिया आदि ने भागेदारी से पीछे हटने की पुष्टि नहीं की है। ये देश पीछे क्यों हट रहे हैं?
गुजरात में छात्रों को हाज़िरी के लिए ‘येस सर/मैम’ या ‘प्रेज़ंट सर/मैम’ कहने के बजाय ‘जय हिंद’ या ‘जय भारत’ कहना होगा। क्या इससे देशभक्ति आएगी या ’जय हिंद’ भी ‘येस सर’ का ही दूसरा रूप होगा?