अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के विधानसभा चुनाव में प्रचार नहीं करें तो क्या तब भी बीजेपी राज्य में चुनाव जीत सकती है। जानिए, CSDS-लोकनीति के सर्वे में लोगों ने क्या कहा?
CSDS-लोकनीति के सर्वे में कितने फीसद गुजरात की जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अपने मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहती है?
बिना फिटनेस सर्टिफिकेट के और बिना नगर पालिका की इजाजत के आखिर ओरेवा समूह ने इस पुल को आम लोगों के लिए कैसे खोल दिया? क्या इस मामले में कुछ बड़े लोगों पर भी कार्रवाई होगी?
गुजरात में क्या आम आदमी पार्टी इस बार चुनावी मुकाबले को त्रिकोणीय बना सकती है। CSDS-लोकनीति का सर्वे राज्य की राजनीति में किसी तीसरे राजनीतिक दल को लेकर क्या कहता है?
दिल्ली और पंजाब में जबरदस्त जीत हासिल करने के बाद अरविंद केजरीवाल इन दिनों गुजरात की सियासी जमीन नाप रहे हैं। क्या वह वाकई आम आदमी पार्टी को गुजरात में जीत दिला पाएंगे?
गुजरात में कांग्रेस पिछले 27 साल से सत्ता से बाहर है। देखना होगा कि इन यात्राओं के जरिये क्या वह गुजरात में 1995 से चले आ रहे जीत के सूखे को खत्म कर पाएगी?
गुजरात चुनाव की तारीखों को लेकर चुनाव आयोग विवादों में बुरी तरह फंस चुका है। चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने गुरुवार को सफाई देने की कोशिश की। राजनीतिक दल उससे सवाल कर रहे हैं।
‘समस्या और समाधान’ शीर्षक से जयसुख पटेल के द्वारा लिखी गई किताब को पढ़ने से पता चलता है कि पटेल लोकतंत्र के धुर विरोधी हैं और किसी भी तरह के नियम-कानूनों के पूरी तरह खिलाफ हैं।
गुजरात चुनाव की घोषणा हो गई है। दो चरणों में चुनाव के बाद 8 दिसंबर को चुनाव नतीजे आ जाएँगे। नतीजे किसके पक्ष में आएंगे? जानिए 2017 के चुनाव नतीजे कैसे रहे थे और किन समुदाय के लोगों ने किसको वोट दिया था।
पूरे देश की नज़र इस बार गुजरात चुनाव पर है क्योंकि इसके नतीजे देश की राजनीति को बदलने वाले साबित हो सकते हैं। तो सवाल है कि गुजरात चुनाव के नतीजे क्या होंगे? क्या इसका अंदाज़ा लगाया जा सकता है?
गुजरात के मोरबी में हुए हादसे में ओरेवा ग्रुप के चेयरमैन जयसुख पटेल को आरोपी बताया गया है। यह कारोबारी सत्ता के कैसे नजदीक है, इसी तथ्य की पड़ताल इस रिपोर्ट में की गई है। इसके अलावा कुछ सवाल भी उठाए गए हैं। पढ़िएः
गुजरात के मोरबी में पुल हादसे के लिए जिस ओरेवा कंपनी को ज़िम्मेदार बताया जा रहा है, वह आज फिर से तब सुर्खियों में आ गई जब प्रधानमंत्री मोदी हादसे की जगह पर पहुँचे। जानिए अब क्यों सवाल उठ रहे हैं।
मोरबी हादसे के बाद विवादों में ओरेवा ग्रुप के अहमदाबाद स्थित फार्म हाउस पर भी ताला लटक रहा है। एएनआई सहित तमाम मीडिया ने यह खबर दी है। आप भी जानिए ऐसा क्यो हुआ।