गुजरात के मोरबी में रविवार को एक केबल ब्रिज टूटने से कम से कम 90 लोगों की मौत हो गई है। मृतकों की संख्या और बढ़ने के आसार हैं क्योंकि अभी भी बड़ी संख्या में लोग नदी में फँसे हुए हैं। कुछ मीडिया रिपोर्टों के अनुसार जिस वक़्त हादसा हुआ उस वक़्त पुल पर क़रीब 500 लोग थे और पुल टूटने से क़रीब 400 लोग नदी में गिर गए। राहत और बचाव कार्य जारी है। रिपोर्टों के अनुसार कई स्थानीय निवासी भी घायलों को बचाने के प्रयासों में शामिल हुए। पंचायत राज्य मंत्री और स्थानीय विधायक बृजेश मेरजा ने घटना स्थल पर पहुँचने से पहले कहा था कि दुर्घटना के समय पुल पर क़रीब 150 लोग मौजूद थे। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, मोरबी के मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी पी के डिधरेजिया ने कहा कि मोरबी के सिविल अस्पताल में 79 लोगों को भर्ती कराया गया है और उनमें से 60 से अधिक की हालत गंभीर है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र ने तत्काल बचाव अभियान का आदेश दिया है। पीएमओ ने एक बयान जारी किया है जिसमें कहा गया है कि उन्होंने मुख्यमंत्री से बात की है। प्रधानमंत्री ने कहा है, 'मोरबी में हुए हादसे से बेहद दुखी हूँ। इस बारे में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और अन्य अधिकारियों से बात की। राहत और बचाव कार्य जोरों पर चल रहा है और प्रभावितों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जा रही है।' सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में टूटा हुआ पुल और नदी में गिरे लोग देखे जा सकते हैं।
#BREAKING #News
— Ketan Sojitra🇮🇳 (@Mrketansojitra) October 30, 2022
There is news that Morbi's parallel bridge has collapsed.
Praying that God keeps everyone safe
🙏#BreakingNews #Gujarat #morabi #Emergency #accident 🏗️🤬 pic.twitter.com/pqOs18hSBp
राज्य के एक मंत्री ने रविवार को कहा कि गुजरात सरकार ने पुल ढहने की जिम्मेदारी ली है। श्रम और रोजगार राज्य मंत्री बृजेश मेरजा ने एनडीटीवी से कहा, 'पिछले हफ्ते पुल का नवीनीकरण किया गया था। हम भी हैरान हैं। हम इस मामले को देख रहे हैं।'
मोरबी केबल ब्रिज एक ऐतिहासिक संरचना है जिसे कई साल पहले बनाया गया था। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार मरम्मत और नवीनीकरण के बाद इसे चार दिन पहले ही यानी 26 अक्टूबर को गुजराती नव वर्ष के अवसर पर फिर से खोल दिया गया था।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा, 'मैं पीएम मोदी के साथ गांधीनगर पहुंच रहा हूं। गृह राज्य मंत्री को मौके पर पहुंचने और बचाव कार्यों का मार्गदर्शन करने के लिए कहा गया है। राज्य आपदा राहत बल (एसडीआरएफ) सहित सैनिकों को बचाव कार्यों के लिए लगाया गया है।'
भूपेश पटेल ने कहा है, 'मैं मोरबी की त्रासदी में जान गंवाने वाले नागरिकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ। राज्य सरकार प्रत्येक मृतक के परिवार को 4 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये देगी।'
PM @narendramodi has announced an ex-gratia of Rs. 2 lakh from PMNRF for the next of kin of each of those who lost their lives in the mishap in Morbi. The injured would be given Rs. 50,000.
— PMO India (@PMOIndia) October 30, 2022
देश के गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है, 'मोरबी में हुए हादसे से अत्यंत दुखी हूँ। इस विषय में मैंने गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी व अन्य अधिकारियों से बात की है। स्थानीय प्रशासन पूरी तत्परता से राहत कार्य में लगा है, एनडीआरएफ़ भी शीघ्र घटनास्थल पर पहुँच रही है। प्रशासन को घायलों को तुरंत उपचार देने के निर्देश दिए हैं।'
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है, 'गुजरात के मोरबी में हुए पुल हादसे की ख़बर बेहद दुःखद है। ऐसे मुश्किल समय में मैं सभी शोकाकुल परिवारों को अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि दुर्घटना में घायल व्यक्तियों की हर संभव सहायता करें और लापता लोगों की तलाश में मदद करें।'
आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने कहा है, 'गुजरात से बेहद दुःखद खबर मिल रही है। मोरबी में ब्रिज टूट जाने से कई लोगों के नदी में गिर जाने की खबर है। भगवान से उनकी जान और स्वास्थ्य की प्रार्थना करता हूँ।'
आप नेता संजय सिंह ने इस मामले में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि 'जो पुल 5 दिन पहले बना वो टूट गया 400 लोग नदी में डूब गये...।'
गुजरात में जानलेवा भ्रष्टाचार है।
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) October 30, 2022
जो पुल 5 दिन पहले बना वो टूट गया 400 लोग नदी में डूब गये अब तक 50 लोगों के मरने की दुःखद सूचना मिली है।
ईश्वर मृतकों की आत्मा को शांति प्रदान करे।
इंसान की ज़िंदगी की कोई क़ीमत नहीं।
कभी ज़हरीली शराब तो कभी पुल में भ्रष्टाचार से लोग मर रहे हैं। https://t.co/6t3k4UK62P
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेट ने कहा है, 'गुजरात के मोरबी में मच्छू नदी पर बने केबल पुल के टूटने से कई लोग घायल हुए हैं। ईश्वर से घायलों के शीघ्र स्वास्थ लाभ की प्रार्थना है। पर दुःख है कि डबल इंजन की सरकार का दम्भ भरने वालों की देख रेख में बना 1 साल पुराना पुल धराशायी हो गया।'
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