नींबू ने गुजरात के लोगों के दांत खट्टे कर दिए हैं। गुजरात के राजकोट में इसके दाम 200 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गए हैं। जबकि कुछ दिन पहले यहां नींबू 50 से 60 रुपए प्रति किलो बिक रहा था। रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण बीते कुछ दिनों में तमाम फलों, सब्जियों और दालों की कीमतें बढ़ी हैं।
इसके साथ ही पेट्रोल और डीजल भी महंगा हुआ है लेकिन नींबू के इतने महंगा हो जाने की उम्मीद शायद किसी ने नहीं की थी।
एक ग्राहक ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई को बताया कि जब नींबू 50 से 60 रुपए प्रति किलो था तो यह बजट में आसानी से फिट था लेकिन अब जब यह बहुत ज्यादा महंगा हो गया है तो इसने हमारे किचन का बजट बिगाड़ दिया है।
गर्मियां बढ़ने के साथ ही नींबू की मांग भी बढ़ जाती है क्योंकि नींबू की शिकंजी, लेमन जूस, लेमन सोडा, नींबू पानी आदि में इसका इस्तेमाल होता है। नींबू विटामिन सी का एक बहुत बड़ा स्रोत है और यह खाने को पचाने और शरीर में पानी की आपूर्ति को बनाए रखने में भी मदद करता है।
एक और ग्राहक ने एएनआई को बताया कि लगभग सभी सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी हुई है और यह उम्मीद से ज्यादा है। इस वजह से मिडिल क्लास के लिए मुश्किल खड़ी हो गई है। उन्होंने कहा कि हम पहले जिस तरह ज्यादा नींबू खरीदते थे इसके महंगा होने के बाद अब वैसा नहीं कर सकते।
Gujarat | Prices of lemon soar as high as Rs 200/kg in Rajkot. Visuals from a market in the city.
— ANI (@ANI) April 2, 2022
Customers say, "The price of lemon is touching Rs 200/kg. It was around Rs 50-60/kg earlier. This is affecting our 'kitchen budget'. Don't know when will the prices go down" (01.04) pic.twitter.com/6tO2zdkLjx
गर्मी में नींबू की मांग बढ़ने का एक तर्क अपनी जगह है लेकिन बाकी सब्जियों की कीमतें भी जिस तरह बढ़ी हैं उससे इन्हें खरीदना आम आदमी के लिए मुश्किल होता जा रहा है। पेट्रोल और डीजल के महंगा होने के कारण माल ढुलाई पर खर्च बढ़ा है और इस वजह से जरूरी चीजें भी महंगी हो रही हैं।
अगर पेट्रोल और डीजल के दाम इस तरह लगातार बढ़ते रहे तो आने वाले दिनों में महंगाई और ज्यादा बढ़ेगी और इसकी सीधी मार आम आदमी पर पड़ेगी।
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