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हिमंत सरमा का राहुल पर तंज- चेहरा सद्दाम हुसैन जैसा क्यों दिख रहा है

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने गुजरात में चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी की तुलना पूर्व इराकी तानाशाह सद्दाम हुसैन से कर दी है। उन्होंने राहुल पर तंज कसते हुए कहा, 'आपका चेहरा सद्दाम हुसैन जैसा क्यों होता जा रहा है।' कांग्रेस नेताओं ने हिमंत के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। किसी ने सरमा को तुच्छ ट्रोल कहा तो किसी ने कहा कि 'अच्छा हुआ राहुल ने अपने वफादार कुत्ते को ज़्यादा तरजीह दी'।

दरअसल, गुजरात चुनाव को लेकर हिमंत बिस्व सरमा ने मंगलवार को अहमदाबाद में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित किया। उन्होंने आजकल दाढ़ी में दिख रहे राहुल गांधी के बारे में बात की और कहा, 'मैंने अभी देखा कि उनका चेहरा भी बदल गया है। मैंने कुछ दिन पहले एक टीवी इंटरव्यू में कहा था कि उनके नए लुक में कुछ भी ग़लत नहीं है। लेकिन अगर आपको चेहरा बदलना है तो कम से कम सरदार वल्लभभाई पटेल या जवाहरलाल नेहरू की तरह बनिए। गांधीजी की तरह दिखें तो अच्छा है। लेकिन आपका चेहरा सद्दाम हुसैन जैसा क्यों हो गया है?'

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बता दें कि सद्दाम हुसैन इराक के तानाशाह थे। उन्होंने बड़ी संख्या में शियाओं की हत्या करवाई थी। कुर्दों पर भी उन्होंने जुल्म ढाए। वह ईरान से लड़ाई लड़ते रहे। फिर कुवैत पर उन्होंने कब्जा कर लिया। इस बीच अमेरिका बिदका। फिर खाड़ी युद्ध के दौरान सद्दाम हुसैन की सेना और अमेरिकी फौजों में लड़ाई हुई थी। बाद में अमेरिका ने उन्हें पकड़कर फांसी की सजा दी थी। 

हिमंत बिस्व सरमा ने राहुल की सद्दाम से तुलना करते हुए यह भी कहा कि 'ऐसा इसलिए है क्योंकि कांग्रेस की संस्कृति भारतीय लोगों के क़रीब नहीं है। उनकी संस्कृति उन लोगों के करीब है, जिन्होंने भारत को कभी नहीं समझा।'

himanta sarma attack rahul gandhi face turning into saddam hussein  - Satya Hindi

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने सरमा के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि असम के मुख्यमंत्री एक तुच्छ ट्रोल की तरह बात कर रहे हैं। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, अहमदाबाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा, 'मैं अपनी प्रतिक्रिया से इस निंदा को गरिमामय बनाना नहीं चाहूँगा। मुझे लगता है कि यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम सार्वजनिक रूप से भाषा की मर्यादा बनाए रखें। दुर्भाग्य से असम के मुख्यमंत्री जब इस तरह के वाक्यों का उच्चारण करते हैं तो वह एक तुच्छ ट्रोल की तरह लगते हैं।'

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कांग्रेस नेता अलका लांबा ने कहा कि अच्छा हुआ जब हिमंत बिस्व सरमा राहुल गांधी से मिलने गए थे तो राहुल ने हिमंत की बजाय अपने वफादार कुत्ते को ज्यादा तरजीह दी थी। हिमंत बिस्व सरमा जब कांग्रेस में थे तो वे राहुल गांधी से अपनी मुलाकात का एक क़िस्सा लोगों को अक्सर सुनाते हैं। इसी क़िस्से में उन्होंने कुत्ते वाली टिप्पणी की थी। 

कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा है कि इनका बयान सुनकर बीजेपी पर हंसने का मन होता है। आज तक की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, 'कभी नहीं सोचा था कि ये लोग इतना नीचे गिरेंगे, लेकिन भारत जोड़ो यात्रा से इनके होश उड़ गए हैं। उनके नेता ने भी हाल में दाढ़ी बढ़ाई थी। लेकिन हमलोगों ने कुछ नहीं कहा था।'

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समाचार एजेंसी एएनआई ने असम कांग्रेस के प्रमुख भूपेन कुमार बोराह के हवाले से कहा, 'आप (असम के सीएम) सिर्फ एक हेडलाइन चाहते हैं और आपको वह तभी मिलता है जब आप राहुल गांधी का नाम लेते हैं। हिमंत बिस्व सरमा कुछ भी कह सकते हैं। वह सत्ता के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। हम ध्यान नहीं देते हैं।'
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क़मर वहीद नक़वी
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