कहानी में नया मोड़ः मितुल त्रिवेदी को जैसे ही पुलिस के बयान की जानकारी मिली, पूरी कहानी में नया मोड़ आ गया। उसने घर पर ताला लगाया और गायब हो गया। पुलिस को पता चला तो वो उसके घर पहुंची और उन्हें त्रिवेदी के आवास पर ताला लगा मिला। उसका फोन भी बंद मिला। अब पुलिस को यकीन हो गया कि उसके दावे झूठे हैं। त्रिवेदी के दावों की जांच सूरत पुलिस की क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है।
त्रिवेदी के दावों की जांच पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) हेतल पटेल को सौंपी गई। क्राइम ब्रांच ने उसे तलाश कर लिया। उन्होंने फौरन उसकी गिरफ्तारी नहीं की। क्योंकि तब तक वो शहर का वीआईपी बना हुआ था। उन्होंने त्रिवेदी से भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) से अपने कथित जुड़ाव को साबित करने वाला कोई भी दस्तावेज मांगा। ऐसा कोई दस्तावेज वो नहीं दे सका। उसने एक फर्जी पत्र जरूर दिया जो इसरो के फर्जी पैड पर था। क्राइम ब्रांच ने उसी पत्र के बारे में इसरो से प्रतिक्रिया मांगी थी। इसरो ने जब साफ कर दिया कि वो पत्र इसरो की ओर से जारी नहीं हुआ है तो क्राइम ब्रांच का शक यकीन में बदल गया।
मितुल के दावे
त्रिवेदी ने चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के बाद अपनी भागीदारी के दावे की बात कहकर ध्यान आकर्षित किया था। उसने जोर देकर कहा था कि लैंडर के उसके डिजाइन में पारंपरिक लैंडर के विपरीत, लैंडिंग पर धूल के बिखरने को रोकने वाली एक अनूठी विशेषता शामिल थी। उसने यह भी कहा कि वह 2011 से इसरो और 2013 से नासा से जुड़ा हुआ है। नीचे का वीडियो देखिए, गुजरात के नामी चैनल ने उसका इंटरव्यू लिया था।Chandrayaan 3 : ચંદ્રયાન-3ની ડિઝાઈનમાં સહભાગી સુરતના મિતુલ ત્રિવેદી સાથે ખાસ વાતચીત #chandrayaan3 #design #mitultrivedi #surat #Chandrayan3 #chandrayaan3 #isro #launching #gujaratfirst #Sriharikota #missionmoon #MissionChandrayaan #CHANDRAYAAN_3 #Chandrayaan3Mission… pic.twitter.com/0pJjiF7gdZ
— Gujarat First (@GujaratFirst) August 24, 2023
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