CSDS-लोकनीति के द्वारा गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर किए गए सर्वे में यह सवाल भी पूछा गया था कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के विधानसभा चुनाव में प्रचार नहीं करते हैं तो क्या तब भी बीजेपी राज्य में चुनाव जीत सकती है?। इस सवाल के जवाब में गुजरात के 54 फीसद लोगों ने कहा कि हां बीजेपी चुनाव जीत सकती है जबकि 32 फीसद लोग इससे असहमत दिखे। 14 फीसद लोगों ने कोई जवाब नहीं दिया।
जब इसी सवाल को कांग्रेस, बीजेपी, आम आदमी पार्टी और अन्य राजनीतिक दलों को वोट देने वाले मतदाताओं से पूछा गया तो कांग्रेस के मतदाताओं में से 40 फीसद लोगों ने कहा कि हां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनाव प्रचार किए बिना भी बीजेपी राज्य में चुनाव जीत सकती है जबकि 45 फीसद लोगों ने इसका जवाब ना में दिया। 13 फीसद लोगों ने इसका कोई जवाब नहीं दिया।
बीजेपी का समर्थन करने वालों में से 66 फीसद लोगों ने इस सवाल के जवाब में कहा कि पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा चुनाव प्रचार न करने पर भी चुनाव जीत सकती है जबकि 21 फीसद लोगों ने कहा कि मोदी के प्रचार के बिना बीजेपी चुनाव नहीं जीत पाएगी।
गुजरात के विधानसभा चुनाव में अब तक बीजेपी की ओर से राष्ट्रीय चेहरे के रूप में नरेंद्र मोदी ने जबकि आम आदमी पार्टी की ओर से अरविंद केजरीवाल ने धुआंधार चुनाव प्रचार किया है जबकि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे हैं और वह गुजरात के साथ ही हिमाचल प्रदेश के चुनाव प्रचार से भी दूर हैं। ऐसी संभावना है कि आने वाले कुछ दिनों में राहुल गांधी गुजरात में चुनाव प्रचार करेंगे लेकिन अभी तक बड़े नेताओं के लिहाज से देखा जाए तो नरेंद्र मोदी और अरविंद केजरीवाल के ही चेहरे राज्य में दिखाई देते हैं।
बताना होगा कि गुजरात में 1 और 5 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे और नतीजे 8 दिसंबर को आएंगे। पहले चरण में 89 और दूसरे चरण में 93 सीटों पर वोटिंग होगी। गुजरात में विधानसभा की 182 सीटें हैं। इसमें से 13 सीटें अनुसूचित जाति और 27 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं।
लोग किसे देखना चाहते हैं मुख्यमंत्री?
गुजरात की जनता 2022 के विधानसभा चुनाव के बाद किस नेता को अपना मुख्यमंत्री देखना चाहती है, इसे लेकर भी CSDS-लोकनीति ने अपने सर्वे में राज्य की जनता से सवाल पूछा है। इस सर्वे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का भी नाम जनता के पसंदीदा मुख्यमंत्री के उम्मीदवारों की सूची में रखा गया था। दिलचस्प बात यह है कि जनता के पसंदीदा मुख्यमंत्री की सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दूसरे नंबर पर और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तीसरे नंबर पर हैं जबकि वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल पहले नंबर पर।
CSDS-लोकनीति का सर्वे कहता है कि 2017 में 0 फीसद लोग भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री देखना चाहते थे लेकिन इस बार यह आंकड़ा 15 फीसद है। नरेंद्र मोदी को 2017 में 8 फीसद लोग मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहते थे जबकि इस बार यह आंकड़ा 13 फीसद है। अरविंद केजरीवाल के लिए 2017 में यह आंकड़ा 0 था और आज 13 फीसद है। मतलब इस मामले में मोदी और केजरीवाल बराबर हैं। लेकिन केजरीवाल की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है।
पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी को 2017 के चुनाव में 23 फीसद लोग मुख्यमंत्री देखना चाहते थे जबकि 2022 में यह आंकड़ा गिरकर 10 फीसद रह गया है। कांग्रेस नेता जिग्नेश मेवाणी को 4 फीसद लोग मुख्यमंत्री देखना चाहते हैं जबकि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, पाटीदार नेता हार्दिक पटेल और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को 2-2 फीसद लोग मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहते हैं।
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