सवर्णों के लिए आर्थिक आरक्षण के विधेयक को जिस बहुमत से पारित किया गया है, उससे ज़्यादा शर्मनाक बात क्या हो सकती है। इसने संसद की इज्जत को पैंदे में बिठा दिया है।
यदि आप अयोध्या जाएँगे तो आपको फुटपाथों पर इतिहास की ऐसी किताबें बिकती मिल जाएँगी कि आपका दिमाग़ चकरा जाएगा। ऐसा इसलिए कि आज़ादी के बाद से अयोध्या का इतिहास झूठ और प्रपंच से रचा गया इतिहास है।
एक तरफ़ राजनीतिक दलों के बीच गठबंधन होने की ख़बरें हैं, दूसरी तरफ़ नेताओं को जेल भेजने की तैयारियों की ख़बरें भी आ रही हैं। चुनाव के ठीक पहले आख़िर यह हो क्या रहा है?
सब कुछ जानने वाली बीजेपी सरकार को यह पूछा जाना चाहिए कि पति के जेल जाने के बाद उसकी बीबी और उसके बच्चे क्या खाएंगे। क्या वह सिर्फ मुसलमानों को परेशान करना चाहती है?
नितिन गडकरी के हालिया बयानों के बाद से ही कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। गडकरी पर गुस्सा होने के बजाय ज़रूरी है कि उनकी खरी-खरी बातों से सबक़ सीखा जाए।