'असदुद्दीन ओवैसी ने यूएन को पत्र लिख़कर कहा है कि हिंदुस्तान में मुसलमान सुरक्षित नहीं हैं। इसके जवाब में यूएन ने औवेसी से कहा कि जहाँ सुरक्षित हो वहाँ चले जाओ।' इस दावे के साथ एक पोस्ट सोशल मीडिया पर ख़ूब वायरल हो रही है। ये पोस्ट बीजेपी समर्थक फ़ेसबुक पेज 'अच्छे दिन' ने डाली है। ख़बर लिखे जाने तक इस पोस्ट को फे़सुबक पर 16000 लोग शेयर कर चुके हैं। 'भाजपा समर्थक' इस फ़ेसबुक पेज को 7 लाख लोग फाॅलो करते हैं।
इसी दावे के साथ इस पोस्ट को ट्विटर पर भी वायरल किया गया। इस ट्वीट पर कई लोगों ने प्रतिक्रियाएँ दी हैं। प्रतिक्रिया देने वाले ज्यादातर लोगों ने भ्रम फ़ैलाने की कोशिश करते हुए ओवैसी के ख़िलाफ़ कमेंट किए हैं।
वायरल पोस्ट का सच
वायरल पोस्ट की सत्यता को जानने के लिए सबसे पहले हमने एआईएमआईएम से संपर्क किया। हमने जानना चाहा कि क्या वाक़ई में ओवैसी ने यूएन को मुसिलमानों की सुरक्षा को लेकर पत्र लिखा है। वहाँ से हमें बताया गया कि इस तरीके का कोई भी पत्र पार्टी और औवेसी की ओर से नहीं लिखा गया है। एआईएमआईएम ने कहा कि इस तरीके की झूठी ख़बरें फैलाकर असदुद्दीन ओवैसी का नाम ख़राब करने की कोशिश की जा रही है। इसके अलावा असदुद्दीन ओवैसी ने ख़ुद इस मामले को लेकर एक मीडिया हाउस को बताया कि उन्होंने कोई भी ऐसा पत्र नहीं लिखा है। ये सरासर झूठ है। यानी सत्य हिंदी की पड़ताल में सोशल मीडिया पर वायरल हो रही पोस्ट असत्य साबित हुई।
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