केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने सोमवार को एनआईआरएफ (राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क) रैंकिंग की घोषणा की। इसमें से दिल्ली यूनिवर्सिटी ने छठा स्थान हासिल करके देश के टॉप 10 विश्वविद्यालयों में जगह बनाई है। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) और जामिया मिलिया इस्लामिया ने वार्षिक सूची में क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर अपना स्थान बरकरार रखा है।
इस सूची में जेएनयू और जामिया का अपनी पोजिशन दूसरे और तीसरा स्थान पर रखना बहुत ही महत्वपूर्ण है। क्योंकि दोनों ही विश्वविद्यालय दक्षिणपंथियों को चुभते रहे हैं। सरकार की नजरों में खटकते रहे हैं। जेएयू को वामपंथी विचारधारा का गढ़ मानते हुए केंद्र सरकार का अतीत में इस यूनिवर्सिटी के लिए रवैया अच्छा नहीं रहा है। इसी तरह जामिया का अल्पसंख्यक दर्जा भी कुछ लोगों को खटकता है। भाजपा के तमाम नेता जामिया को लेकर गलत बयानबाजी करते रहे हैं। इन हालात में जेएनयू और जामिया ने अपना रुतबा बरकरार रखा है, यह बड़ी बात है।
एनआईआरएफ रैंकिंग लगातार नौ वर्षों से दी जा रही है। इस बार सरकार ने इसमें तीन नई श्रेणियां शामिल की हैं, ये हैं - ओपन यूनिवर्सिटी, स्किल यूनिवर्सिटी और राज्य सरकारों की फंडिंग से चलने वाले सरकारी विश्वविद्यालय। दिल्ली यूनिवर्सिटी के वीसी योगेश सिंह ने एक बयान में कहा, “पिछले साल भी डीयू ने दो पायदान ऊपर चढ़कर राष्ट्रीय स्तर पर विश्वविद्यालय श्रेणी में 11वां स्थान प्राप्त किया था… इस बार, समग्र रैंकिंग में भी डीयू ने सात स्थान की छलांग लगाई और 15वाँ स्थान प्राप्त किया।”
उन्होंने कहा- इस बार डीयू की कुल रैंक 15वीं है जबकि पिछले साल यह एक अंक सुधरकर 22वें स्थान पर पहुंच गई थी। शोध संस्थान श्रेणी में भी, डीयू ने इस बार तीन स्थानों का सुधार किया और 14वां स्थान हासिल किया।' रैंकिंग के लिए पांच व्यापक स्टैंडर्ड पर संस्थानों का मूल्यांकन होता है - जिसमें हर यूनिवर्सिटी का शिक्षण और संसाधन (टीएलआर); अनुसंधान और व्यावसायिक अभ्यास (आरपी); स्नातक परिणाम (जीओ); आउटरीच और समावेशिता (ओआई); और धारणा (पीआर) प्रमुख हैं।
जेएनयू की कुलपति शांतिश्री धूलिपुड़ी पंडित ने कहा, "मैं राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के लिए पूरे ज्ञानमीमांसा समुदाय को धन्यवाद देता हूं...जेएनयू को उत्कृष्टता का दर्जा दिया जाना चाहिए और बुनियादी ढांचे और अनुसंधान विकास के लिए अनुदान दिया जाना चाहिए।"
जामिया मिलिया इस्लामिया ने लगातार तीसरे साल अपनी रैंकिंग बरकरार रखी है। कार्यवाहक वीसी मोहम्मद शकील ने कहा, “हम एनआईआरएफ में लगातार तीसरे साल तीसरा स्थान बरकरार रखकर बेहद खुश हैं। इसका श्रेय शिक्षकों की कड़ी मेहनत और हमारे छात्रों के अनुशासन को जाता है। हमारे गैर-शिक्षण कर्मचारी जिन्होंने विश्वविद्यालय के स्टैंडर्ड को बनाए रखने में अपना खून-पसीना बहाया, वे भी इस सम्मान के पात्र हैं। हमारी कोशिश स्थिति बरकरार रखने की थी न कि फिसलने की। शीर्ष स्थान पर पहुंचना आसान है लेकिन इसे बरकरार रखना मुश्किल है। हमारे विश्वविद्यालय के शिक्षकों और शोधकर्ताओं ने गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान करके इस उपलब्धि को हासिल करने में बहुत योगदान दिया। मैं उन सभी को बधाई देना चाहता हूं।”
उच्च शिक्षण संस्थानों को 16 श्रेणियों के अंतर्गत सूचीबद्ध किया गया है - कुल मिलाकर, विश्वविद्यालय, चिकित्सा, इंजीनियरिंग, प्रबंधन, कानून, वास्तुकला और योजना, अनुसंधान संस्थान, कॉलेज, फार्मेसी, डेंटल चिकित्सा, कृषि और संबद्ध क्षेत्र, राज्य वित्त पोषित सरकारी विश्वविद्यालय, कौशल विश्वविद्यालय, ओपन यूनिवर्सिटी, और नवाचार (इन्नोवेशन)। पिछले वर्ष 5,543 की तुलना में इस वर्ष 10,885 उच्च शिक्षा संस्थानों ने भाग लिया।
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