विपक्षी इंडिया गठबंधन की दिल्ली के अशोक होटल में मंगलवार को बैठक हुई है। यह विपक्षी इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक थी। इस बैठक में 28 दलों के नेता शामिल हुए और उन्होंने अपने विचारों को साझा किया।
इसमें सभी ने एकजुट होकर गठबंधन को मजबूत करने और लोगों के हित से जुड़े मुद्दों को उठाने पर बात की है। आने वाले समय में सभी विपक्षी दलों ने मिलकर 8 से 10 बैठक करने का फैसला भी किया है, ताकि लोगों तक अपनी बात पहुंचाई जा सके।
सूत्रों के मुताबिक इंडिया गठबंधन की इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को पीएम उम्मीदवार बनाने का टीएमसी नेता और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने रखा प्रस्ताव रखा है।
सामने आयी जानकारी के मुताबिक अरविंद केजरीवाल समेत करीब 12 दलों के नेताओं ने उनके इस प्रस्ताव का समर्थन भी किया है। वहीं खरगे ने कहा है कि चुनाव में जीत के बाद पीएम के चेहरे पर कोई फैसला होगा। उन्होंने कहा कि गठबंधन का चेहरा नहीं जीत जरुरी है। उन्होंने कहा कि सीट शेयरिंग को लेकर भी जल्द ही समाधान निकल जाएगा।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक ममता बनर्जी के द्वारा रखे गए इस प्रस्ताव के कारण जहां खरगे असहज हो गए वहीं राजद प्रमुख लालू यादव और बिहार के सीएम नीतीश कुमार इससे नाराज हो गए हैं। राजद और जदयू चाहते थे कि नीतीश कुमार को पीएम उम्मीदवार घोषित किया जाए लेकिन ममता के इस प्रस्ताव से नाराज ये दोनों बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले ही होटल से निकल गए।
बैठक में फैसला लिया गया कि लोकसभा और राज्यसभा से विपक्षी सांसदों के निलंबन के खिलाफ 22 दिसंबर को विपक्ष के सभी सांसद विरोध प्रदर्शन करेंगे। अब तक 141 सांसदों को निलंबित किया जा चुका है। विपक्षी नेताओं ने बैठक में एक स्वर में सांसदों के इस निलंबन को अलोकतांत्रिक बताया है। उन्होंने कहा है कि सरकार देश से लोकतंत्र को खत्म करना चाहती है।
इंडिया गठबंधन की इस बैठक में फैसला लिया गया है कि आगामी 30 जनवरी को पटना के गांधी मैदान में विपक्षी दलों की संयुक्त रैली होगी। इस रैली के जरिए गठबंधन अपनी शक्ति का प्रदर्शन करेगा।
3 घंटे तक चली इस बैठक में आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर गठबंधन की रणनीति पर चर्चा की गई है। बैठक में ईवीएम और वीवीपैट को लेकर भी चर्चा की गई। इसमें कांग्रेस समेत करीब दो दर्जन से अधिक विपक्षी दलों के नेता मौजूद थे।
राष्ट्रीय जनता दल के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि इस बैठक में संयोजक पद के लिए किसी नाम पर चर्चा नहीं की गई है। अभी इंडिया गठबंधन का कोई संयोजक नहीं बना है।
इस बैठक में कई अहम निर्णय लिए गए हैं। 30 जनवरी 2024 से इंडिया गठबंधन के सहयोगी दल संयुक्त रुप से चुनाव प्रचार करेंगे । प्राप्त जानकारी के मुताबिक विपक्षी इंडिया गठबंधन की इस बैठक में 31 दिसंबर से पहले सीट बंटवारे को लेकर सहमति बनी है।
विपक्षी दलों की इस बैठक को लेकर सामने आयी जानकारी के मुताबिक ममता बनर्जी ने प्रस्ताव रखा है कि कांग्रेस 300 सीटों पर चुनाव लड़े। उन्होंने संकेत दिया है कि पश्चिम बंगाल में भी कांग्रेस पार्टी की जितनी हैसियत है उसी के मुताबिक वह कांग्रेस से सीट बंटवारे को लेकर बातें करेंगी।
ममता ने खरगे का नाम आगे कर चौंकाया
एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री पद के लिए खरगे के नाम का प्रस्ताव रख कर देश भर के लोगों को चौंका दिया है। ऐसा इसलिए कि ममता बनर्जी ने सोमवार को ही घोषणा की थी कि इंडिया गठबंधन लोकसभा चुनाव के बाद तक अपने प्रधान मंत्री पद के उम्मीदवार पर फैसला नहीं करेगा। अब अगले ही दिन कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम का प्रस्ताव रख कर दिया है।
विपक्ष में एक प्रमुख दलित चेहरा होने के नाते खरगे की योजना को व्यापक स्वीकृति मिली है। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में मौजूद 12 दलों ने उनके इस प्रस्ताव का समर्थन किया है।
यहां तक कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जो ज्यादातर समय कांग्रेस के साथ तालमेल नहीं बिठाने के लिए जाने जाते हैं ने भी इस विचार का समर्थन किया है।
हालांकि, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने उनके इस प्रस्ताव को विनम्रता से इंकार कर दिया है। उनके इंकार के साथ ही यह प्रस्ताव खारिज हो गया है। खरगे ने कहा है कि वह केवल वंचितों के लिए काम करना चाहते हैं।
इससे पहले राष्ट्रपति उम्मीदवार के तौर पर रामनाथ कोविंद और द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ उम्मीदवार खड़ा करने पर विपक्ष को सत्तारूढ़ भाजपा की तीखी आलोचना का सामना करना पड़ा है।
खरगे ने कहा, लोकतंत्र को बचाने के लिए लड़ना होगा
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए हम सभी को लड़ना होगा और हम सभी इसके लिए तैयार हैं। हमने संसद में सुरक्षा उल्लंघन का मुद्दा उठाया। हम पहले से कह रहे हैं कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह या पीएम मोदी को संसद में आना चाहिए और संसद सुरक्षा चूक के मुद्दे पर लोकसभा और राज्यसभा में बोलना चाहिए, लेकिन वे ऐसा करने से इनकार कर रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा है कि यह पहली बार है जब देश में 151 संसद सदस्यों को निलंबित किया गया है। यह गलत है,हम इसके खिलाफ लड़ेंगे। हम इसके खिलाफ लड़ने के लिए एकजुट हुए हैं। हमने 22 दिसंबर को सांसदों के निलंबन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है। हम लड़ेंगे और डटे रहेंगे।
इस बैठक के बाद कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने मीडिया से कहा कि यह बहुत सफल और सार्थक बैठक रही। मुख्य फोकस सीट शेयरिंग को अंतिम रूप देना था।
वहीं कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा है कि इंडिया गठबंधन की पार्टियों की चौथी बैठक के बाद 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए हमारा संकल्प और मज़बूत हुआ है। उन्होंने लिखा है कि, बदलेगा भारत जीतेगा INDIA
विपक्षी इंडिया गठबंधन की इस बैठक को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि सभी दल बहुत जल्दी टिकट बांटकर मैदान में जाने के लिए तैयार हैं, बहुत जल्दी सीटें बांटी जाएंगी और हम सब लोग जनता के बीच में दिखाई देंगे।उन्होंने कहा कि बीजेपी को हराएंगे, हम यूपी में 80 हराएंगे और बीजेपी देश से हट जाएगी।
वहीं इंडिया गठबंधन की बैठक पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि बैठक अच्छी रही है। अब चुनाव अभियान भी शुरू होंगे और सीट शेयरिंग भी होगी।
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