नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया में प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर गोली चलाने वाले हमलावर ने यह काम अचानक नहीं किया है। हमलावर के फ़ेसबुक प्रोफ़ाइल की जांच करने से पता चलता है कि उसने इस घटना को अंजाम देने से पहले पूरी तैयारी की थी। कई दिन से वह इस बारे में फ़ेसबुक पर पोस्ट लिख रहा था।
हमलावर ने अपने फ़ेसबुक प्रोफ़ाइल पर अपना नाम रामभक्त--- लिखा है। अपने बायो में वह लिखता है - ‘रामभक्त --- नाम है हमारा, बायो में इतना काफी है, बाक़ी सही समय आने पर, जय श्री राम’। इसके आगे उसने भगवा झंडे का प्रतीक चिन्ह लगाया है।
जामिया में गोली चलाने के दौरान उसने अपने फ़ेसबुक पेज से लाइव भी किया है। हमलावर ने फ़ेसबुक पर एक पोस्ट में लिखा - कोई हिन्दू मीडिया नहीं है यहां और दूसरी पोस्ट में लिखा - शाहीन बाग़, खेल ख़त्म।
हमलावर की फ़ेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट।
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हमलावर ऐसी ही एक पोस्ट में लिखता है - मैं यहां अकेला हिंदू हूँ और दूसरी पोस्ट में लिखता है कि आज़ादी दे रहा हूँ। नागरिकता क़ानून के समर्थन में प्रदर्शन करने वाले लोगों के द्वारा आज़ादी के नारे लगाये जाने पर दक्षिणपंथी संगठनों से जुड़े लोग उन्हें आज़ादी देने के बारे में बात करते हैं। वे नारे लगाते हैं - बुरहान को दे दी आज़ादी, अफ़जल को दे दी आज़ादी। इन नारों का मतलब आसानी से समझा जा सकता है।
हमलावर की फ़ेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट।
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हमलावर की पोस्ट से पता चलता है कि वह उग्र हिंदू विचारधारा से प्रभावित था। उसने अपनी पोस्ट में कई बार चंदन का जिक्र किया है। चंदन का पूरा चंदन गुप्ता था और जनवरी, 2018 में गणतंत्र दिवस के दिन कासगंज में निकाली जा रही तिरंगा यात्रा के दौरान हुई हिंसा में उसकी मौत हो गई थी। तब इसे लेकर ख़ासा बवाल हुआ था। हमलावर अपनी पोस्ट में लिखता है कि उसकी अंतिम यात्रा पर उसे भगवा में ले जायें और जय श्री राम के नारे हों। इसका मतलब साफ़ है कि वह बड़ी घटना को अंजाम देने के इरादे से ही वहां आया था। एक और पोस्ट में हमलावर लिखता है कि चंदन भाई यह बदला आपके लिये है।
हमलावर की फ़ेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट।
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आज ही के दिन हमलावर दो पोस्ट और करता है। एक पोस्ट में वह लिखता है - मेरे घर का ध्यान रखना और दूसरी पोस्ट में लिखता है - कृपया सभी भाई मुझे See First कर लें। इससे पता चलता है कि वह कुछ बड़ा करने के इरादे से वहां पहुंचा था।
हमलावर की फ़ेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट।
हमलावर वहां पूरी तैयारी के साथ आया था, इसका पता 28 जनवरी को उसकी एक पोस्ट से चलता है। हमलावर लिखता है - ध्यान दें, कृपा करके 31 तारीख़ तक मेरी पोस्टों को नज़रअंदाज न करें। उसी दिन एक और पोस्ट में वह हैशटैग तांडव के साथ लिखता है - नाम सुना होगा, अब देखोगे।
हमलावर की फ़ेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट।
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हमलावर अपनी पोस्ट में कई बार जय हिंद, जय मां भारती लिखता है। सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर लोग ग़ुस्से से भरे हुए हैं। कुछ लोगों का कहना है कि केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कुछ दिन पहले एक जनसभा में देश के गद्दारों को, गोली मारो...का नारा लगवाया था। उसके बाद ही यह घटना हुई है। चुनाव आयोग ने कार्रवाई करते हुए पहले बीजेपी से अनुराग ठाकुर को स्टार प्रचारकों की लिस्ट से हटाने को कहा था और उसके बाद उन पर प्रचार करने से 72 घंटे का बैन लगा दिया था।
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