शाहीन बाग़ में गोली चलाने वाले कपिल गुर्जर को लेकर राजनीति तेज़ हो गई है। दिल्ली पुलिस के द्वारा मंगलवार शाम को यह दावा करने के बाद कि कपिल आम आदमी पार्टी (आप) से जुड़ा है, बीजेपी और 'आप' में पहले से जारी जुबानी जंग बढ़ गई। लेकिन कपिल के परिवार वालों ने पुलिस के दावे को ग़लत बताया है और कहा है कि वह 'आप' में शामिल नहीं हुआ था। कपिल के पिता और भाई ने कहा है कि मीडिया में पुलिस के दावे से जो ख़बर बताई जा रही है, वह ग़लत है।
कपिल के चाचा फतेह सिंह ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया, ‘मुझे नहीं पता कि ये फ़ोटो कहां से आई हैं। मेरे भतीजे कपिल का या परिवार के किसी और सदस्य का किसी भी राजनीतिक दल से कोई संबंध नहीं है। मेरे भाई गजे सिंह ने 2008 में बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर दिल्ली नगर निगम का चुनाव लड़ा था लेकिन वह हार गया था। उसके बाद से ही हमारा किसी भी राजनीतिक दल से कोई संबंध नहीं है।’ कपिल के चाचा ने यह भी कहा कि कपिल का कोई दोस्त भी 'आप' से या किसी दूसरे राजनीतिक दल से नहीं जुड़ा है।
इससे पहले मंगलवार शाम को यह ख़बर आई कि कपिल ने दिल्ली पुलिस के सामने इस बात को स्वीकार किया कि वह 2019 की शुरुआत में 'आप' में शामिल हुआ था। दिल्ली पुलिस के मुताबिक़, कपिल ने यह भी कहा कि उसके पिता गजे सिंह भी 'आप' से जुड़े हैं और दोनों ही 2019 में पार्टी में शामिल हुए थे। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की ओर से दावा किया गया था कि कपिल गुर्जर के मोबाइल फ़ोन से उसकी 'आप' के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ फ़ोटो मिली थीं। लेकिन 'आप' की ओर से पुलिस के कपिल के 'आप' का सदस्य होने के दावे को पूरी तरह ग़लत बताया गया था।
क्राइम ब्रांच के डीसीपी राजेश देव ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई को बताया, ‘हमें जांच के दौरान उसके फ़ोन से ये फ़ोटो मिली हैं। कपिल ने स्वीकार किया है कि वह और उसके पिता जनवरी-फ़रवरी 2019 में 'आप' में शामिल हुए थे।’
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