दिल्ली शराब घोटाले में गिरफ्तार हुए आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह की परेशानियां कम होती नहीं दिख रही हैं। शुक्रवार को इस मामले में उनकी एक बार फिर से दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में पेशी हुई।
कोर्ट ने फिर उनकी न्यायिक हिरासत को बढ़ा दिया है। संजय सिंह की न्यायिक हिरासत की अवधि अब 24 नवंबर तक के लिए बढ़ा दी गई है।
राउज एवेन्यू कोर्ट के विशेष जज एमके नागपाल ने संजय सिंह को मजीठिया मामले में निकले प्रोडक्शन वारंट में पेशी के लिए 18 नवंबर को ट्रेन द्वारा अमृतसर ले जाने की इजाजत दे दी है।
कोर्ट से निकलते हुए आप सांसद संजय सिंह ने इशारों में केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल को फंसाने की बहुत बड़ी साजिश है। केजरीवाल की सिर्फ गिरफ्तारी नहीं, ये लोग केजरीवाल के साथ बड़ी घटना को अंजाम देने वाले हैं।
आप सांसद संजय सिंह ने ये आरोप ऐसे समय में लगाया है जब दिल्ली आबकारी नीति मामले में ईडी ने दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संजोयक अरविंद केजरीवाल को समन जारी किया था। ईडी ने उन्हें पूछताछ के लिए 2 नवंबर को अपने कार्यालय बुलाया था।
लेकिन केजरीवाल ईडी कार्यालय नहीं पहुंचे थे। उन्होंने विभिन्न राज्यों में चल रहे चुनाव और उसमें अपनी व्यस्ता का हवाला देते हुए ईडी कार्यालय आने में असमर्थता जताई थी।
वह पूछताछ के लिए ईडी के सामने पेश नहीं हुए थे। एक सवाल यहां यह भी उठ रहा है कि संजय सिंह ने कोर्ट से निकलते हुए केजरीवाल को लेकर ईडी पर इस तरह का आरोप क्यों लगाया है? राजनैतिक विश्लेषक मान रहे हैं कि हो सकता है, संजय सिंह इस तरह का बयान देकर ईडी और केंद्र सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हो।
लेकिन सवाल यह भी है कि अगर यह आरोप दबाव बनाने के लिए दिया गया है तो क्या इससे केजरीवाल और आम आदमी पार्टी को कोई फायदा होगा? संजय सिंह के इस आरोप का क्या मतलब है और अरविंद केजरीवाल के भविष्य का क्या होगा यह तो आने वाला वक्त ही बतायेगा।
केजरीवाल को गिरफ्तार कर सकती है ईडी
अब देखना यह होगा कि आने वाले दिनों में अरविंद केजरीवाल कब ईडी के समक्ष पूछताछ के लिए पहुंचते हैं। जानकारों का मानना है कि अगर बार-बार बिना किसी ठोस कारण के केजरीवाल ईडी के समक्ष पूछताछ के लिए नहीं उपस्थित होते हैं तो ईडी उन्हें गिरफ्तार कर सकती है। दूसरी ओर आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल भी समझ रहे हैं कि उन्हें कभी भी गिरफ्तार किया जा सकता है। आम आदमी पार्टी के भीतर इस समय सबसे बड़ा सवाल यह चल रहा है कि अगर केजरीवाल गिरफ्तार होते हैं तो उनकी जगह दिल्ली का मुख्यमंत्री कौन बनेगा।
पार्टी की ओर से पिछले दिनों कहा जा चुका है कि वह गिरफ्तारी की हालत में कोर्ट से मांग करेगी कि केजरीवाल को जेल से ही सरकार चलाने की इजाजत दी जाए।
आम आदमी पार्टी अब केजरीवाल की गिरफ्तारी के मुद्दे को आम लोगों के बीच लेकर भी जा रही है। साथ पार्टी में इस बात को लेकर मंथन चल रहा है कि केजरीवाल के गिरफ्तार होने के बाद पार्टी नेतृत्व के संकट से कैसे निबटेगी।
खुद को यातना दिये जाने की जताई थी आशंका
अपनी गिरफ्तारी के बाद, संजय सिंह ने ईडी द्वारा उन्हें पुलिस लॉकअप में स्थानांतरित करने की कोशिश' के खिलाफ राउज एवेन्यू कोर्ट में एक आवेदन दायर किया था। अपने वकील के माध्यम से दायर गए इस आवेदन में संजय सिंह ने आशंका जताई थी कि सीसीटीवी कैमरे की नजर से दूर ले जाकर उन्हें यातना दी जा सकती है।
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि ईडी ने कथित तौर पर आप सांसद संजय सिंह को उस सेल में कीटनाशक के छिड़काव का हवाला देते हुए अपने मुख्यालय के परिसर से तुगलक रोड पुलिस स्टेशन में स्थानांतरित करने की कोशिश की थी, जहां उन्हें रखा गया था।
कोर्ट में दिए गए इस आवेदन के अनुसार,संजय सिंह ने दावा किया था कि जब उन्होंने शिफ्ट होने से इंकार कर दिया तब उन्हें लॉक अप के बाहर सोने के लिए मजबूर किया गया और उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया गया।
उस आवेदन में कोर्ट से गुहार लगाई गई थी कि ईडी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि संजय सिंह से पूछताछ सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्धारित दिशा निर्देशों के अनुसाकर केवल सीसीटीवी कवरेज वाले स्थान पर ही की जाए।
साथ ही पूछताछ के उस सीसीटीवी फुटेज को संरक्षित भी किया जाये।इस आवेदन के अनुसार,संजय सिंह को यह आशंका थी कि उन्हें तुगलक रोड पुलिस स्टेशन में शिफ्ट कर यातना दी जा सकती थी।
इसके लिए काल्पनिक आधार बना कर शिफ्ट किया जा रहा था। याचिका में अनुरोध किया गया था कि सिंह को ईडी की हिरासत में रहने तक उसके मुख्यालय से किसी अन्य स्थान पर स्थानांतरित नहीं करने के निर्देश जारी किये जाएं।
4 अक्टूबर को गिरफ्तार हुए थे सांसद संजय सिंह
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को ईडी ने 4 अक्टूबर की शाम को गिरफ्तार कर लिया था। इससे पहले उनके दिल्ली स्थित घर पर इस दिन सुबह 7 बजे ईडी की टीम ने छापा मारा था। दिन भर उनसे पूछताछ हुई थी। दिल्ली में हुए कथित शराब घोटाले से जु़ड़े केस में उन्हें गिरफ्तार किया गया है। इस केस की चार्जशीट में संजय सिंह का भी नाम है। इसी केस में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जेल में बंद हैं। ईडी का आरोप है कि आप की जब दूसरी बार सरकार बनी, तब उस दौरान शराब नीति को लेकर ऐसे नियम बनाए गए ताकि कुछ लोगों को विशेष तौर पर लाभ हो। जिस समय ये शराब नीति बनाई गई, उस समय मनीष सिसोदिया मंत्री थे।
ईडी का दावा है कि इस घोटाले से जुड़े तार संजय सिंह से भी जुड़े हैं। उनकी गिरफ्तारी के बाद दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने 5 अक्टूबर को संजय सिंह को ईडी की पांच दिनों की हिरासत में भेज दिया था। ईडी ने यह आरोप लगाते हुए 10 दिन की हिरासत मांगी थी कि सिंह के आधिकारिक नॉर्थ एवेन्यू आवास पर 2 करोड़ रुपये की अवैध नकदी का आदान-प्रदान हुआ।
सिंह को मामले में "प्रमुख साजिशकर्ता" बताते हुए, ईडी ने अपने रिमांड आवेदन में कहा कि वह "कई आरोपियों और संदिग्धों" से निकटता से जुड़े हुए हैं।
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