राहुल गांधी 12 तुगलक लेन वाले अपने पुराने बंगले में वापस नहीं जाना चाहते हैं। इस बंगले को उन्होंने 22 अप्रैल को खाली कर दिया था। उनकी सांसदी दुबारा से बहाल होने के बाद उन्हें दुबारा से उनका पुराना बंगला देने का प्रस्ताव दिया गया था। इस पर उनसे 23 अगस्त तक जवाब मांगा गया था कि क्या वह इसे वापस पाना चाहते हैं। बंगले में वापसी के लिए 15 दिन के अंदर राहुल गांधी को लोकसभा कमेटी को जवाब देना था। अब 23 अगस्त की अंतिम तिथि बीत चुकी है लेकिन राहुल गांधी ने इस पर कोई जवाब नहीं दिया है। इसके बाद से माना जा रहा है कि राहुल गांधी अपने पुराने बंगले में जाने के इच्छुक नहीं हैं।
इस बंगले में राहुल गांधी करीब 19 वर्ष रहे थे। मोदी सरनेम मानहानि केस में 2 वर्ष की सजा मिलने के बाद 22 अप्रैल को उन्हें ये बंगला खाली करना पड़ा था। इस बंगले में लंबे समय तक रहने के कारण माना जा रहा था कि राहुल फिर इसमें वापस शिफ्ट हो सकते हैं।
दूसरा अशियाना तलाश रहे हैं राहुल गांधी
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक राहुल गांधी इन दिनों अपने रहने के लिए नया आशियाना तलाश रहे हैं।
पिछले 16 अगस्त को राहुल गांधी बहन प्रियंका गांधी के साथ 7 सफदरजंग लेन का बंगला देखने गए थे। इसी तरह से वह अपने लिए नये आवास के अन्य विकल्पों को तलाश रहे हैं। माना जा रहा है कि जब तक वह किसी नये घर में शिफ्ट नहीं हो जाते हैं तब तक वह अपनी मां के साथ उनके बंगले 10 जनपथ पर ही रहेंगे। एक संभावना यह भी जताई जा रही है कि हो सकता है कि राहुल गांधी 2024 में ही अब किसी नये घर में शिफ्ट होंगे।
तब कहा था सच बोलने की मिली सजा
राहुल को उनकी सांसदी जाने के तुरंत बाद ही बंगला खाली करने का नोटिस दे दिया गया था। 19 वर्ष जिस बंगले में वह रहे उसे बिना देर किए उन्होंने निर्धारित समय से पहले ही छोड़ दिया था। बंगले की चाबी संबंधित कर्मचारियों को सौंपते हुए उनकी तस्वीरें खूब वायरल हुई थी।
घर छोड़ते समय राहुल गांधी ने कहा था कि उन्हें सच बोलने की सजा दी गई है। उन्होंने कहा था कि वो घर उन्हें भारत के लोगों ने दिया था, इसके बावजूद वे उस घर में वापस नहीं जाना चाहते जो उनसे छीन लिया गया था।
2005 से राहुल का पता था 12 तुगलक लेन
राहुल गांधी 2004 में पहली बार अमेठी लोकसभा क्षेत्र से सांसद बने थे। इसके बाद के कुछ दिन तक वे अपनी मां सोनिया गांधी के बंगले 10 जनपथ में ही रहते थे। वर्ष 2005 में उन्हें पहली बार 12 तुगलक लेन का बंगला अलॉट किया गया था। तब से लेकर इस वर्ष जब तक उन्होंने इसे खाली नहीं कर दिया यही उनका पता था। राहुल इस बंगले पर अक्सर मिलने वालों से मिलते थे। इस बंगले पर लंबे अर्से तक रहने के कारण बंगला खाली करते समय राहुल को भावुक होते भी देखा गया था। इसके बावजूद अब वह अपने इस प्रिय बंगले पर दुबारा नहीं जाना चाहते हैं।
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