हाथरस की दलित युवती के साथ हुई दरिंदगी और फिर उसकी मौत के विरोध में तमाम विपक्षी राजनीतिक दल लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर हैं तो शुक्रवार को दिल्ली में पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने युवती की आत्मा की शांति के लिए हुई एक प्रार्थना सभा में भाग लिया। इसके अलावा भीम आर्मी और आम आदमी पार्टी भी इस मुद्दे पर जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रही हैं। पहले यह प्रदर्शन इंडिया गेट पर होना था लेकिन पुलिस ने वहां धारा 144 लगा दी। इसके अलावा युवक कांग्रेस ने भी जंतर-मंतर पर कैंडल मार्च निकाला। आम आदमी पार्टी के प्रदर्शन में पहुंचे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हाथरस प्रकरण में दोषियों को बचाने की कोशिश की जा रही है। कई दिनों तक इस मामले में एफ़आईआर दर्ज नहीं हुई, इलाज नहीं हुआ, रात को हिंदू नियमों के ख़िलाफ़ उसके शव को जला दिया गया। उन्होंने कहा कि दोषियों को सख़्त से सख़्त सजा मिलनी चाहिए।
प्रियंका गांधी शाम को नई दिल्ली स्थित प्राचीन भगवान वाल्मीकि मंदिर में पहुंचीं और वहां हाथरस की पीड़िता के लिए हुई प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया। आज़ादी के आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी इस मंदिर में 214 दिन तक रुके थे। कांग्रेस का कहना है कि वह दुख की इस घड़ी में हाथरस की पीड़िता के परिवार के साथ खड़ी है।
उत्तर प्रदेश में लखनऊ, वाराणसी, कौशांबी, हाथरस, बांदा, गोरखपुर, मेरठ, चंदौली, अमेठी सहित प्रदेश में कई जगहों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन जारी है। इसके अलावा आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता भी हाथरस पीड़िता को इंसाफ़ दिलाने की मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में प्रदर्शन कर रहे आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने जमकर घसीटा। पार्टी के राज्यसभा सांसद और प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह ने योगी सरकार पर बर्बरता पूर्ण व्यवहार करने का आरोप लगाया।
हाथरस की बेटी को न्याय दिलाने के लिये @AAPUttarPradesh के सभी ज़िलों में आंदोलन चल रहा है बापू के देश में न्याय माँगने पर ये कैसा बर्बर व्यवहार योगी जी? अंजनी मिश्रा सानिया मिर्ज़ा अंकित परिहार शिमला श्री के जज़्बे को सलाम। pic.twitter.com/rexFGONgyj
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) October 2, 2020
इसके अलावा पत्रकारों से बदतमीजी की जा रही है, पीड़िता के घरवालों पर दबाव बनाया जा रहा है, सबूतों को मिटाया जा रहा है और हाथरस में पुलिसिया गुंडागर्दी चरम पर है। कुल मिलाकर पीड़िता के पक्ष में उठने वाली हर उस आवाज़ को कुचलने की कोशिश की जा रही है, जिससे उसे इंसाफ़ मिल सके। पीड़िता के परिवार वाले लगातार कह रहे हैं कि उन पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है, डीएम दबाव बना रहे हैं और उन्हें मीडिया से बात नहीं करने दी जा रही है।
टीएमसी सांसदों के साथ बदतमीजी
शुक्रवार को हाथरस पीड़िता के परिवार से मिलने जा रहे तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसदों के साथ उत्तर प्रदेश की पुलिस ने जिस तरह की बदतमीजी की है, वह बेहद शर्मसार करने वाली है।
टीएमसी के सांसद डेरेक ओ ब्रायन के साथ हाथरस के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा ने धक्का-मुक्की कर उन्हें जमीन पर गिरा दिया। टीएमसी के सांसद दिल्ली से यही इरादा लेकर आये थे कि वे पीड़िता के परिवार से मिल सकेंगे। लेकिन पीड़िता के गांव के बाहर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात हैं, जिनकी सिर्फ एक ही ड्यूटी है कि पीड़िता के घर तक कोई न पहुंच जाए।
ये SDM प्रेम प्रकाश मीणा है, ये अफसरी कम और गुंडागर्दी ज्यादा करते हैं... देखिए कैसे TMC सांसद @derekobrienmp को धक्का मार रहे हैं,
— Devvesh Pandey | देवेश पांडेय | دیویش پانڈے۔ (@iamdevv23) October 2, 2020
आज तक की संवाददाता @chitraaum के साथ भी बदतमीजी की,
फिर हमारे चैनल की संवाददाता @PragyaLive के साथ भी बतमीजी से बात की,
गुंडई पे उतारू है प्रशासन। pic.twitter.com/nz4UxP01oL
राहुल-प्रियंका को रोका
इससे पहले गुरूवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने हाथरस जाने की कोशिश की लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्हें ग्रेटर नोएडा से आगे नहीं बढ़ने दिया। इससे पहले पुलिस ने दोनों नेताओं को हिरासत में ले लिया था। इससे नाराज होकर कांग्रेसियों ने जमकर नारेबाजी की थी। लेकिन शाम को दोनों नेताओं को छोड़ दिया था।
गुरूवार रात को पुलिस ने राहुल-प्रियंका समेत 203 कांग्रेस नेताओं के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज कर दी थी। यह एफ़आईआर ग्रेटर नोएडा के इकोटेक पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है। इसका कारण इन नेताओं और इनके समर्थकों द्वारा धारा 144 का उल्लंघन करना बताया गया है।
अपनी राय बतायें