पीएम मोदी ने शुक्रवार को दिल्ली के भारत मंडपम में नेशनल क्रिएटर्स अवार्ड से 23 लोगों को सम्मानित किया है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि युवाओं की क्रिएटिविटी को सम्मान देने के लिए यह अवार्ड दिया जा रहा है।
पहले नेशनल क्रिएटर्स अवार्ड के लिए आयोजित इस समारोह में पीएम मोदी ने कथा वाचक जया किशोरी को सामाजिक परिवर्तन के लिए सर्वश्रेष्ठ क्रिएटर के अवार्ड से सम्मानित किया है। वहीं गायिका मैथिली ठाकुर को वर्ष के सांस्कृितक राजदूत का अवार्ड दिया गया है।
क्रिएटिव युवाओं को सम्मानित करने के लिए पहली बार इस अवार्ड समारोह का आयोजन किया गया था। इस अवार्ड समारोह में पीएम मोदी ने कहा कि यह नए दौर को समय से पहले पहचान देने का आयोजन है। ये ईश्वर की कृपा है, कि मैं समय से पहले समय को भांप लेता हूं!
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे युवाओं को सही दिशा मिले तो वह क्या कुछ नहीं कर सकते हैं। आज एक सुखद संयोग है कि ये पहला नेशनल क्रिएटर्स अवॉर्ड महाशिवरात्रि के शुभ दिन पर आयोजित हो रहा है। शिव भाषा, कला और क्रिएटिविटी के जनक माने गए हैं। हमारे शिव नटराज हैं, शिव के डमरू से माहेश्वर सूत्र प्रकट हुए हैं। शिव का तांडवलय सृष्टि के सृजन की नींव रखता है।
आज के इस अवॉर्ड कार्यक्रम का क्रेडिट अगर किसी को जाता है तो वो भारत के मेरे युवा मन को, हर डिजिटल क्रिएटर्स को जाता है। आने वाले समय में ये पुरस्कार बहुत महत्वपूर्ण और प्रसिद्ध होने वाले हैं। ये पुरस्कार इस नये युग को ऊर्जावान बना रहे हैं!
प्रधानमंत्री ने कहा कि, यह समाज के रोजमर्रा के जीवन के प्रति रचनात्मकता और संवेदनशीलता की भावना को सम्मान देने का विशेष क्षण है। आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस भी है। आज जो अवॉर्ड मिले हैं उनमें भी बहुत सारी बेटियां मैदान मार गई हैं। उनको भी बधाई देता हूं।
मैं देश की सभी महिलाओं, बहन-बेटियों को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई देता हूं और आज गैस सिलेंडर के दाम भी 100 रुपए कम हुए हैं।
उन्होंने कहा कि आज मैं अपने देश की यात्रा में देख सकता हूं कि किसी भी नीतिगत निर्णय या अभियान का समाज पर कितना व्यापक प्रभाव हो सकता है। इसका अहसास आप सभी को देखकर हो सकता है।
पिछले 10 वर्षों में, मजबूत होती डेटा क्रांति और सस्ते मोबाइल फोन ने कंटेंट क्रिएटर्स के लिए एक नई दुनिया बनाई है।और पहली बार ऐसा हुआ होगा, जब किसी सेक्टर की युवा शक्ति ने सरकार को प्रेरित किया हो, सरकार को मजबूर किया हो, कि कब तक बैठे रहोगे? इसको भी सोचो!
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कार्यक्रम में कहा कि, इतने कम समय में, इस आयोजन में लगभग 1.5-1.75 लाख रचनात्मक दिमागों का जुड़ना, हमारे देश की रचनात्मकता और क्षमता के बारे में बहुत कुछ कहता है।
हमारे देश में बहुत सामर्थ्य है, मोदी तो सिर्फ अवसर देता है। मोदी तो सिर्फ रास्ते से कांटे हटा देता है ताकि मेरे देश का नौजवान तेज गति से आगे बढ़ चले। हम एक साथ मिलकर एक क्रिएट ऑन इंडिया मूवमेंट की शुरुआत करें। उन्होंने युवाओं से सवाल पूछते हुए कहा कि, क्या हम ऐसा कंटेंट और ज्यादा बना सकते हैं, जो युवाओं में ड्रग से होने वाले नुकसान को लेकर जागरुकता लाए?
हम भारत से जुड़ी स्टोरी को को, भारत की संस्कृति को, भारत के हेरिटेज और इसकी परंपराओं को पूरी दुनिया से शेयर करें। हम भारत की अपनी स्टोरी सबको सुनाएं। आज पूरी दुनिया में लोग भारत के बारे में जानना चाहते हैं। आप सब मेरे परिवार हैं, 140 करोड़ देशवासी मेरे परिवार हैं।
मुझे ज्यादा मेरे लिए आप मरते हैं, क्योंकि आपके लिए मैं जीता हूं और जो अपने लिए नहीं जीता है, उसके लिए मरने वाले बहुत होते हैं।
पीएम ने कहा कि, आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस भी है। मैं यहां अनेक महिलाओं को देख सकता हूं। हमारी नारी शक्ति के इतने बड़े टैलेंट पूल को देखकर मुझे गर्व महसूस हो रहा है। आज जिन बेटियों को पुरस्कार मिला है, उन सभी को मैं बहुत-बहुत बधाई देता हूं।
राष्ट्रीय रचनाकार पुरस्कार' हमारे रचनाकार समुदाय की प्रतिभा को पहचानता है। यह सकारात्मक बदलाव लाने के लिए रचनात्मकता का उपयोग करने के उनके जुनून का जश्न मनाता है।
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