दिल्ली की सम्पूर्ण शासन व्यवस्था कितनी संवैधानिक है? आख़िर क्यों तर्क दिया जा रहा है कि दिल्ली के तीन निगमों का एकीकरण होने से कामकाज में पारदर्शिता आएगी?
दिल्ली में शराब के लिए लंबी-लंबी कतारें लगीं। ऐसा इसलिए नहीं कि कोई ड्राई डे आने वाला है या फिर लॉकडाउन लगाया जाना है या लगा था। न तो शराबबंदी जैसी घोषणा होनी है और न ही शराब ख़त्म होने वाली है।
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने अपने हाथों में झंडे और प्लेकार्ड लिए हुए थे जिनमें कश्मीरी पंडितों का अपमान करने का आरोप लगाया गया था। आम आदमी पार्टी ने उग्र प्रदर्शन पर जोरदार पलटवार किया है।
एक शख्स ने ओयो के जरिए दिल्ली के जहांगीरपुरी में स्थित एक होटल में कमरा बुक कराया था। ओयो ने इस होटल पर कार्रवाई करते हुए इसे अपने प्लेटफ़ॉर्म से हटा दिया है।
साल 2012 से पहले दिल्ली में तीनों नगर निगम एक ही थे लेकिन 2012 में इन्हें तीन निगमों (उत्तरी, दक्षिणी और पूर्वी) में बांट दिया गया था। केंद्र सरकार और बीजेपी क्यों तीनों नगर निगमों को एक करना चाहती है?
क्या दिल्ली की प्रशासनिक व्यवस्था में बड़े बदलाव होने वाले हैं? क्या तीनों निगमों को एक करने की तैयारी है और मुख्यमंत्री का ओहदा घट जाएगा? क्या केजरीवाल इसे स्वीकार करेंगे?
बीजेपी इस निष्कर्ष पर पहुंच चुकी है कि दिल्ली में केजरीवाल को घेरने के लिए किसी बड़े चेहरे को सामने करना होगा और इसके लिए दिल्ली की राजनीति को बेहतर ढंग से समझने वालीं स्मृति ईरानी से अच्छा दूसरा चेहरा और कोई नहीं हो सकता।