बीजेपी के द्वारा केजरीवाल सरकार के कुछ मंत्रियों के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार के मामलों को मुद्दा बना लेने की वजह से क्या आम आदमी पार्टी एमसीडी का चुनाव बड़े अंतर से नहीं जीत सकी?
एमसीडी चुनाव 2022 में कांग्रेस ने सबसे ज्यादा मुस्लिमों को टिकट दिए थे। हालांकि एमसीडी में उसका प्रदर्शन अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन है लेकिन उसकी 9 सीटों की जीत में 7 पर मुस्लिम प्रत्याशी जीते हैं। आम आदमी पार्टी के मुकाबले मुस्लिम इलाकों में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहतर रहा है। जानिए पूरा ब्यौराः
देश की राजधानी के नगर निगम में सत्ता हासिल करने के लिए बीते कई महीनों से बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच जोरदार कशमकश चल रही थी। एमसीडी के चुनाव में आम आदमी पार्टी को 134, बीजेपी को 104 और कांग्रेस को 9 सीटों पर जीत मिली है। इस तरह 15 साल से एमसीडी की सत्ता में बैठी बीजेपी की विदाई हो गई है।
दिल्ली नगर निगम चुनाव का क्या कोई एग्ज़िट पोल सही साबित हुआ? एकदम से सटीक होने की तो बात ही छोड़ दीजिए। तो सवाल है कि गुजरात और हिमाचल के एग्ज़िट पोल पर कितना भरोसा किया जाए?
समाज के हाशिए पर पड़े ट्रांसजेंडर समुदाय के बॉबी को आम आदमी पार्टी ने सुल्तानपुरी ए वॉर्ड से खड़ा किया था। उन्होंने आज 7 दिसंबर को चुनाव जीत लिया और आप के प्रयोग को सफल कर दिया। यह जीत महत्वपूर्ण होने के साथ-साथ उल्लेखनीय भी है। जानिए पूरा ब्यौराः
नगर निगम में दल बदल कानून लागू नहीं होता है। इसका मतलब पार्षद अपना पाला बदल सकते हैं क्योंकि उन्हें अयोग्य नहीं ठहराया जा सकता। ऐसी स्थिति में बीजेपी और आम आदमी पार्टी, दोनों पार्टियों को इस बात का डर है कि उनके पार्षद उन्हें छोड़कर दूसरे राजनीतिक दल के साथ जा सकते हैं।
जेल में बंद मंत्री सत्येंद्र जैन के विधानसभा क्षेत्र शकूर बस्ती के तीनों वॉर्ड में आम आदमी पार्टी हार गई है। एमसीडी चुनाव के वोटों की गिनती इस खबर के लिखे जाने तक जारी है। जिसमें आप को बढ़त मिली हुई है। जानिए पूरा ब्यौराः
2012 और 2017 में एमसीडी में 272 वार्डों के लिए चुनाव हुआ था लेकिन नए परिसीमन के बाद अब इनकी संख्या 250 हो गई है। बीजेपी 15 साल तक लगातार एमसीडी की सत्ता में रही है लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी ने उसे हरा दिया है।
इंडिया टुडे - एक्सेस माय सर्वे के एग्जिट पोल में आम आदमी पार्टी को एमसीडी में बढ़त दी गई है। वो आसानी से एमसीडी में बहुमत पा सकती है। ध्यान रहे कि ये सिर्फ एग्जिट पोल है। नतीजे 8 दिसंबर को आएंगे।
15 साल तक लगातार एमसीडी की सत्ता में रही बीजेपी क्या अपना क़िला बरकरार रख पाएगी या फिर आम आदमी पार्टी उसे ढहा देगी? जानिए, रविवार 4 दिसंबर की वोटिंग के ताज़ा अपडेट।
बीजेपी 15 साल तक लगातार एमसीडी की सत्ता में रही। इस बार आम आदमी पार्टी से उसे तगड़ी चुनौती मिल रही है। क्या आम आदमी पार्टी उसे हरा पाएगी? एमसीडी में इस बार किसका मेयर बनेगा, इस पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।
सीएसडीएस ने एमसीडी चुनाव 2022 को लेकर सर्वे किया है और इसमें यह बात सामने आई है कि दिल्ली के लोग इस चुनाव में आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच सीधी टक्कर मानते हैं और कांग्रेस इस मुकाबले में तीसरे स्थान पर दिखाई देती है।
2012 और 2017 में एमसीडी में 272 वार्डों के लिए चुनाव हुआ था लेकिन नए परिसीमन के बाद अब इनकी संख्या 250 हो गई है। 2012 के एमसीडी चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही लड़ाई रही थी क्योंकि तब आम आदमी पार्टी अस्तित्व में नहीं आई थी।
सुनंदा पुष्कर की जनवरी 2014 में दिल्ली के होटल लीला पैलेस में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। शशि थरूर पर सुनंदा पुष्कर को आत्महत्या के लिए उकसाने और क्रूरता करने का आरोप था। अगस्त 2021 में दिल्ली की एक अदालत ने शशि थरूर को सारे आरोपों से बरी कर दिया था।