आंबेडकर विवाद और दलित वोट बैंक की राजनीति के बीच बीजेपी ने एक दशक में पहली बार दिल्ली चुनाव में एससी आरक्षित सीटों पर जीत दर्ज की है? जानिए इसके पीछे की रणनीति और चुनावी समीकरण।
दिल्ली चुनाव में बीजेपी की जीत के जश्न के बीच कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के लिए मायूसी भरा माहौल। क्या पीएम मोदी ने अपने संबोधन में विपक्ष के हालात पर तंज कसा? पढ़ें पूरी खबर।
अगर आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया होता, तो क्या दिल्ली चुनाव के नतीजे अलग होते? जानिए चुनावी गणित, संभावित समीकरण और राजनीतिक विश्लेषण।
बीजेपी दिल्ली विधानसभा में लगभग तीन दशकों के बाद सत्ता हासिल करने जा रही है। आम आदमी पार्टी को यह गलतफहमी थी कि उसके विकास के एजेंडे को मतदाता पसंद कर रहे हैं। लेकिन आप के गलत रणनीतिक कदम, बीजेपी का धारदार प्रचार अभियान और मतदाताओं के बदलते नजरिये ने इस चुनाव परिणाम को प्रभावित किया।
दिल्ली राज्य की सत्ता बीजेपी को मिलने जा रही है। आम आदमी पार्टी को हराकर उसने प्रचंड जीत हासिल करने की ओर बढ़ रही है। बीजेपी ने सीएम का चेहरा इस चुनाव में पेश नहीं किया था। इस वजह से अब पहला सवाल यही है कि कौन होगा सीएमः
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के रुझान आने लगे हैं। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक बीजेपी को बहुमत मिलता नजर आ रहा है। आम आदमी पार्टी दूसरे नंबर पर है। नतीजे कुछ देर में मिलना शुरू हो जायेंगे। यहां आपको गिनती के ताजा अपडेट मिलते रहेंगे। सत्य हिन्दी के साथ जुड़े रहें।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के अधिकतर एग्ज़िट पोल में बीजेपी की सरकार बनने के संकेत दिए गए हैं। जानें किस एग्ज़िट पोल में क्या चुनावी नतीजों के आसार बताए गए हैं।
दिल्ली में चुनाव से पहले मंगलवार को सीएम आतिशी के दफ्तर के एक कर्मचारी से पांच लाख रुपये कैश बरामद हुए हैं। पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। आप ने इसे साजिश बताया है। केजरीवाल के खिलाफ हरियाणा में उनके यमुना में ज़हर वाले बयान पर एफआईआर हुई है।
दिल्ली में बुधवार 5 फरवरी को मतदान संपन्न हो गया। आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच कड़ा मुकाबला है। कांग्रेस भी कोशिश कर रही है। इस चुनाव को लेकर गंभीर आरोप-प्रत्यारोप का बोलबाला रहा है।