दिल्ली-एनसीआर में हर तरफ़ धुआँ-धुआँ सा है। धुआँ क्या, पूरा का पूरा ज़हर सा है। दीपावली के एक दिन बाद जैसी स्थिति थी उसके अगले दिन यह और ख़राब हो गई। इस स्तर तक ख़राब कि यह जानलेवा हो गई है।
देश की राजधानी दिल्ली और इससे सटे नोएडा, गुड़गाँव, ग़ाज़ियाबाद और फ़रीदाबाद में हवा पहले से ही काफ़ी ख़राब थी लेकिन दीपावली में पटाखों के प्रदूषण के बाद यह बदतर हो गई है।
दिल्ली में ऑड-ईवन फ़ॉर्मूला 4 से 15 नवंबर तक यानी 12 दिनों तक सुबह आठ से रात आठ बजे तक लागू होगा। ऑड-ईवन से कुछ विशेष परिस्थितियों में छूट की भी घोषणा की गई है। किनको मिलेगी छूट?
अगर सिर्फ़ वीआईपी से लूटपाट करने वाला ही पकड़ा जाएगा तो ऐसी घटनाओं का शिकार आम आदमी ज़रूर सवाल उठाएगा कि आख़िर उनके साथ हुई लूटपाट के अपराधी खुले क्यों घूम रहे हैं।
गंभीर भी कहने लगे हैं कि अगर दिल्ली में बीजेपी जीत जाए तो वह मुख्यमंत्री बनने के लिए तैयार हैं और दिल्ली का मुख्यमंत्री बनना उनके लिए एक सपने के मुकम्मल होने जैसा होगा।
केजरीवाल ने एक सभा में कहा कि बिहार से लोग 500 रुपये का टिकट लेकर दिल्ली आते हैं और 5 लाख रुपये तक का मुफ़्त इलाज कराकर चले जाते हैं। केजरीवाल के बयान पर बीजेपी ने तीख़ी प्रतिक्रिया दी है।
एनआरसी को लेकर मनोज तिवारी पर टिप्पणी करने के बाद केजरीवाल घिर गए हैं और उन्होंने संजय सिंह को दिल्ली का प्रभारी बना दिया है लेकिन क्या यह दाँव काम करेगा?
दिल्ली में प्रदूषण के मामले पर अरविंद केजरीवाल ने दावा किया है कि उनकी सरकार के आने के बाद प्रदूषण कम हो गया। प्रदूषण कम करने में उनका श्रेय लेना कितना जायज है?
नए मोटर व्हीकल एक्ट के ख़िलाफ़ दिल्ली में गुरुवार को ट्रांसपोर्ट हड़ताल है। इसका काफ़ी असर देखा गया है। कई जगहों पर जन-जीवन अस्त व्यस्त देखा गया है और लोगों को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ा है।