दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी के पक्ष में प्रचार करने उतरे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयानों को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) बेहद नाराज है।
दिल्ली में प्रचार जोरों पर है। आम आदमी पार्टी (आप) और बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं ने चुनाव प्रचार में पूरी ताक़त झोंक दी है जबकि कांग्रेस प्रचार में काफ़ी पीछे दिख रही है।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के जिस 'देश के गद्दारों को गोली मारो सालों को' नारे को हत्या के लिए उकसाने वाला बताया गया उसी नारे के साथ प्रदर्शन को अब दिल्ली पुलिस ने अनुमति दे दी है।
फाँसी से कुछ घंटे पहले ही निर्भया रेप और हत्या के चारों दोषियों की फाँसी की सज़ा फिर टल गई है। दिल्ली के एक कोर्ट ने आदेश दिया है कि जब तक अगला आदेश जारी नहीं हो तब तक उनकी फाँसी नहीं हो सकती है।
जामिया मिल्लिया इसलामिया के चीफ़ प्रॉक्टर ने गुरुवार की गोलीबारी के लिए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और बीजेपी नेता कपिल मिश्रा को ज़िम्मेदार ठहराते हुए उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई करने की माँग की है।
क्या दिल्ली विधानसभा के चुनाव टाले जा सकते हैं? क्या सरकार चुनाव आयोग पर इसका दवाब डाल सकती है कि मौजूदा स्थिति में चुनाव नहीं कराए जाएँ और इसे निकट भविष्य पर छोड़ दिया जाए?