यमुना नदी का पानी आज शाम को उत्तरी दिल्ली में रिंग रोड तक पहुंच गया। रिंग रोड तक पानी जाने से जलजमाव हुआ और यातायात प्रभावित हुआ है। ट्रैफिक पुलिस ने इसको लेकर यातायात सलाह जारी की है। रिंग रोड पूरी दिल्ली में यातायात को सुविधाजनक बनाता है और राजधानी के सभी अहम रूटों को जोड़ता है।
चेतावनी जारी करते हुए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने कहा है, 'यमुना नदी के पानी के अतिप्रवाह के कारण मोनेस्ट्री और आईएसबीटी, कश्मीरी गेट के बीच रिंग रोड पर यातायात प्रभावित है। कृपया इस रास्ते से बचें।'
Traffic Alert
— Delhi Traffic Police (@dtptraffic) July 12, 2023
Traffic is affected on Ring road between Monastery and ISBT, Kashmere Gate due to overflowing Yamuna river water. Kindly avoid the stretch. pic.twitter.com/frUaY4WmnX
इस बार यमुना का जल स्तर रिकॉर्ड स्तर तक बढ़ गया है और इसने 45 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। ओल्ड रेलवे ब्रिज पर यमुना का जलस्तर दोपहर 1 बजे 207.55 मीटर तक पहुँच गया। इससे पहले सबसे ज़्यादा स्तर 1978 में 207.49 मीटर था।
इससे पहले दिन में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नदी के पास के निचले इलाकों के निवासियों से जगह खाली करने का आग्रह किया। केजरीवाल ने कहा, 'हमें जीवन और संपत्तियों की रक्षा करनी है। यमुना नदी के पास निचले इलाकों में लोगों को निकालने की जरूरत है।'
दिल्ली में यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर पर महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ़्रेंस। https://t.co/jvoeBUDbzd
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) July 12, 2023
केजरीवाल ने अमित शाह को चिट्ठी लिखी है और उनसे कहा है कि वह हस्तक्षेप करें कि हथिनीकुंड बैराज से धीमी गति से पानी छोड़ा जाए ताकि यमुना का जलस्तर तेजी से न बढ़े। हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से हर साल यमुना में पानी छोड़ा जाता है।
बता दें कि उफनती नदी के कारण घरों और बाज़ारों में पानी भर गया है, जिससे लोगों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। आस-पास के कई निवासी अब अपने सामानों के साथ छत पर चले गए हैं। इसी को देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आपात बैठक बुलाई थी।
दिल्ली में पिछले तीन दिनों में यमुना के स्तर में तेजी से वृद्धि दर्ज की गई है। प्रशासन ने बाढ़ संभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को स्थानांतरित कर दिया है और पुराने रेलवे पुल को यातायात और ट्रेन की आवाजाही के लिए बंद कर दिया है। नदी तटों पर जागरूकता फैलाने और बचाव कार्य के लिए नावें तैनात की गई हैं।
पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, एक अधिकारी ने कहा है कि जल स्तर में तेज वृद्धि ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार बारिश और दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में भारी वर्षा के कारण हुई है। हरियाणा में लबालब भरे बांधों से छोड़े गए पानी के कारण यमुना का स्तर बढ़ गया है।
बता दें कि दिल्ली में बाढ़ की स्थिति ऐसे समय में बनी है जब उत्तर भारत मानसून के प्रकोप से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ से बड़े पैमाने पर तबाही हुई है। पंजाब भी प्रभावित हुआ है और प्रमुख शहरों में बड़े पैमाने पर जलभराव हो गया है।
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