दिल्ली में ऑपरेशन लोटस को लेकर बीजेपी और आम आदमी पार्टी बुरी तरह भिड़ गए हैं। दिल्ली में बीजेपी के कुछ सांसदों ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आम आदमी पार्टी के द्वारा उनके विधायकों को 20-20 करोड़ रुपए का ऑफर दिए जाने के आरोपों की जांच की मांग की है। इसके लिए दिल्ली के सभी बीजेपी सांसदों ने उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को पत्र लिखा है।
बता दें कि आम आदमी पार्टी ने पिछले कुछ दिनों में लगातार यह आरोप लगाया है कि बीजेपी ने दिल्ली में उसके विधायकों को 20-20 करोड़ का ऑफर देकर खरीदने की कोशिश की थी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खुद विधानसभा में विश्वास मत भी लेकर आए थे।
इस बारे में दिल्ली बीजेपी के सांसदों का कहना है कि आम आदमी पार्टी के जिन विधायकों को बीजेपी नेताओं की ओर से फोन कॉल किया गया है, उन सभी लोगों के फोन जांच एजेंसियों के पास जाने चाहिए और सच सामने आना चाहिए।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल्ली बीजेपी के सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा, रमेश बिधूड़ी, हंस राज हंस, मनोज तिवारी मौजूद रहे। इसके अलावा दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी, दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता और वरिष्ठ नेता विजेंद्र गुप्ता आम आदमी पार्टी पर हमलावर हैं।
बीजेपी सांसदों की प्रेस कांफ्रेंस के बाद आम आदमी पार्टी भी मैदान में उतर आई और उसने कहा है कि
पार्टी विधायकों का प्रतिनिधिमंडल सीबीआई निदेशक के पास जाएगा और ऑपरेशन लोटस की जांच की मांग करेगा।
विधायक आतिशी मारलेना ने कहा कि पेट्रोल-डीजल के बढ़े हुए दामों से आने वाला पैसा विधायकों को ख़रीदने में इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने राज्य सरकारों को गिराने के लिए 6300 करोड़ रुपये ख़र्च किए हैं। आतिशी ने कहा कि आप विधायकों को ख़रीदने के लिए रखा 800 करोड़ रुपया किसका है?
कालकाजी सीट से विधायक आतिशी ने कहा कि देश भर में बीजेपी 277 विधायक खरीद चुकी है, इन विधायकों को खरीदने का पैसा कहां से आया, आम आदमी पार्टी के विधायक सीबीआई निदेशक से इसकी देशव्यापी जांच कराने की मांग करेंगे। विधायक ने कहा कि बीजेपी ने ऐसा करके महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और गोवा की सरकार गिराई है।
आम आदमी पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, विधायक सौरभ भारद्वाज, आतिशी मारलेना, दिलीप पांडेय फ्रंट फुट पर हैं।
आबकारी नीति पर घमासान
पिछले कई महीनों से दिल्ली में नई आबकारी नीति को लेकर भी आम आदमी पार्टी और बीजेपी एक-दूसरे पर जोरदार ढंग से हमलावर हैं। बीजेपी के साथ ही कांग्रेस का भी कहना है कि दिल्ली सरकार के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने नई आबकारी नीति के नाम पर करोड़ों रुपए का घोटाला किया है और उन्हें पद से बर्खास्त किया जाना चाहिए।
आबकारी नीति के मामले में जांच एजेंसी सीबीआई मनीष सिसोदिया के घर और उनके गाजियाबाद के पंजाब नेशनल बैंक की ब्रांच में स्थित उनके बैंक लॉकर को भी खंगाल चुकी है। सिसोदिया का कहना है कि सीबीआई को छापेमारी में कुछ नहीं मिला। सिसोदिया ने कहा है कि सीबीआई उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर सकती है।
एलजी के खिलाफ खोला मोर्चा
आम आदमी पार्टी के विधायकों ने दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के खिलाफ जांच की मांग को लेकर विधानसभा में धरना दिया था। विधायकों ने उपराज्यपाल पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और उन्हें पद से हटाए जाने की मांग की। पार्टी ने आरोप लगाया कि उपराज्यपाल सक्सेना 1400 करोड़ के घोटाले में शामिल हैं। पार्टी ने कहा कि जब देश नोटबंदी के दौरान लाइनों में लगा था तब उपराज्यपाल सक्सेना खादी और ग्रामोद्योग आयोग के तत्कालीन चेयरमैन थे और वह काले धन को सफेद बनाने में लगे थे।
पार्टी ने कहा कि आयोग के कैशियर संजीव कुमार और प्रदीप यादव ने बयान दिया है कि सक्सेना ने तबादले की धमकी देकर पुराने नोटों को नए नोटों में बदलवाया।
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