लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार ने घरेलू गैस सिलेंडर या घरेलू एलपीजी की कीमत कम कर दी है। महिला दिवस पर 8 मार्च की सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद इसकी घोषणा की है। घरेलू एलपीजी की कीमतें 100 रुपये कम हुई हैं। इसका फायदा देश के करोड़ो लोगों को होगा।
इस घोषणा के बाद अब दिल्ली में घरेलू एलपीजी सिलेंडर 803 रुपये में ही मिलेगा। वहीं मुंबई में 802.50 रुपये, पटना में 901, कोलकाता में 829, जयपुर में 806 रुपये में यह मिलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद घरेलू गैस सिलेंडर के दाम कम होने की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दी है।
पीएम मोदी ने एक्स पर इस फैसले की जानकारी देते हुए लिखा है कि, महिला दिवस के अवसर पर आज हमने एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 100 रुपये की छूट का बड़ा फैसला किया है। इससे नारी शक्ति का जीवन आसान होने के साथ ही करोड़ों परिवारों का आर्थिक बोझ भी कम होगा। यह कदम पर्यावरण संरक्षण में भी मददगार बनेगा, जिससे पूरे परिवार का स्वास्थ्य भी बेहतर रहेगा।
केंद्र सरकार ने इसे महिला दिवस के अवसर पर भले ही कम किया हो लेकिन इसे आगामी लोकसभा चुनाव से जोड़ कर देखा जा रहा है।
महंगी रसोई गैस चुनावों में एक बड़ा मुद्दा रहा है। राजस्थान और मध्य प्रदेश चुनाव में यह इतना बड़ा मुद्दा बन गया था कि कांग्रेस और भाजपा में सस्ता सिलेंडर मुहैया करवाने की होड़ लग गई थी।
माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस घोषणा का बड़ा लाभ भाजपा को आगामी लोकसभा चुनाव में मिल सकता है। अब 100 रुपये की बचत होने से करोड़ो महिलाओं को सरकार के इस फैसले का तुरंत लाभ मिलने लगेगा। इससे रसोई गैस के मुद्दे पर विपक्षी दलों द्वारा भाजपा को घेरना अब आसान नहीं होगा।
इससे पहले केंद्र सरकार ने रक्षबंधन के अवसर पर घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत कम की थी। तब इसकी कीमत में 200 रुपये की बड़ी कटौती की थी। तब केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा था कि ओनम और रक्षाबंधन के अवसर पर घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत कम कर के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की करोड़ो बहनों को तोहफा दिया है।
वहीं केंद्र सरकार ने बीते 7 मार्च को पीएम उज्जवला योजना की सब्सिडी को भी एक वर्ष के लिए बढ़ा दिया है। इस योजना के तहत एलपीजी सिलेंडर पर दी जाने वाली 300 रुपये की सब्सिडी को 31 मार्च 2025 तक के लिए बढ़ा दिया गया है।
सब्सिडी वाले सिलेंडरों की संख्या को भी अब 10 से बढ़ा कर 12 कर दिया गया है। इस योजना का लाभ देश की करीब 10 करोड़ महिलाओं को मिल रहा है।
अपनी राय बतायें