प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली चुनाव प्रचार के दौरान एक रैली में शाहीन बाग का मुद्दा ज़ोरों से उठाया और इसे साजिश क़रार दिया। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि शाहीन बाग का विरोध प्रदर्शन महज संयोग नहीं है, यह सोची समझी साजिश है।
उन्होंने रैली में कहा, ‘सीलमपुर हो, जामिया हो या शाहीन बाग, नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ कई जगह विरोध प्रदर्शन हुए हैं। क्या आपको लगता है कि यह महज संयोग है? ऐसा नहीं है। यह एक प्रयोग किया जा रहा है, जिसकी जड़ें राजनीति में हैं। यदि यह सिर्फ़ क़ानून के ख़िलाफ़ होता तो ख़त्म हो गया होता।’
मोदी ने शाहीन बाग में कार्रवाई करने का संकेत भी दिया। मोदी ने कहा, 'यदि उन्हें नहीं रोका गया तो वे कल दूसरे रास्ते या गली को भी अवरुद्ध कर देंगे।'
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हम उन्हें अराजकता फैलाने नहीं देंगे। आपके वोट में यह ताक़त है कि इसे रोक सकता है।’
बता दें कि नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ शाहीन बाग में हज़ारों महिलाएं बीते 50 दिन से धरने पर बैठी हुई हैं। उनका कहना है कि जब तक सरकार इसे वापस नहीं लेती, वे आन्दोलन ख़त्म नहीं करेंगे।
शनिवार को केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा था कि सरकार शाहीन बाग में आन्दोलन कर रही महिलाओं से बात कर सकती है, इसका क्या तरीका हो, यह तय करना होगा।
यह समझा जा रहा था कि सरकार रुख नरम कर रही है और वह लचीला रुख अपनाते हुए बातचीत का रास्ता खोल सकती है। पर प्रधानमंत्री ने इसे साजिश कह कर इस संभावना पर पूरी तरह से पानी फेर दिया।
इसके अलावा मोदी ने यह संकेत भी दे दिया है कि जल्द ही शाहीन बाग में पुलिस कार्रवाई हो सकती है। उन्होंने कहा कि इस विरोध प्रदर्शन को चालू नहीं छोड़ा जा सकता है, इसे रोकना होगा। उन्होंने इसकी वजह बताते हुए कहा कि आज एक रास्ता अवरुद्ध है तो कल दूसरा रास्ता या गली अवरुद्ध किया जा सकता है।
प्रधानमंत्री ने शाहीन बाग के विरोध प्रदर्शन के पीछे आम आदमी पार्टी और कांग्रेस को ज़िम्मेदार ठहराया है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि ये दोनों दल तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं। मोदी ने कहा, ‘वे संविधान और राष्ट्र ध्वज की आड़ में भाषण झाड़ रहे हैं।’
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