दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में गिरफ्तार दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की रिमांड आज यानी 28 मार्च को खत्म हो रही है। आज ही उन्हें दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया जायेगा। वे गिरफ्तारी के बाद से ईडी की हिरासत में थे।
माना जा रहा है कि ईडी कोर्ट से उनकी रिमांड बढ़ाने की मांग कर सकती है। ईडी तर्क दे सकती है कि अभी पूछताछ बाकि है इसलिए कुछ दिनों की और रिमांड दी जाए। वहीं अरविंद केजरीवाल के वकील रिमांड बढ़ाने की ईडी की मांग का विरोध कर सकते हैं।
ईडी ने अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च को 2 घंटे तक पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था। 22 मार्च को उन्हें राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया था जहां से उन्हें 28 मार्च तक के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया गया था।
इसके अगले ही दिन 23 मार्च को अरविंद केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी और ईडी की रिमांड में भेजे जाने के राउज एवेन्यू कोर्ट के फैसले को दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। उन्होंने इस मामले में तुरंत सुनवाई की मांग की थी लेकिन होली की छुट्टियों के कारण तुरंत सुनवाई नहीं हो पाई थी।
इस मामले में उनकी याचिका पर 27 मार्च को दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई हुई लेकिन हाईकोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को कोई राहत देने से इंकार कर दिया है। अब इस केस में अगली सुनवाई 3 अप्रैल को होगी।
दूसरी तरफ अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी ने कह दिया है कि केजरीवाल जेल से ही सरकार चलाएंगे। उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा देने से इंकार कर दिया है। उन्हें पद से हटाने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल की गई है। अरविंद केजरीवाल के इस्तीफा मामले में दिल्ली हाईकोर्ट आज यानी 28 मार्च को सुनवाई करेगा।
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जेल से सरकार नहीं चला सकते हैं केजरीवाल
दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने बुधवार को कहा है कि सीएम अरविंद केजरीवाल जेल से सरकार नहीं चला सकते हैं। टाइम्स नाउ समिट में बोलते हुए एलजी वीके सक्सेना ने एक सवाल के जवाब में कहा कि मैं दिल्ली की जनता को भरोसा दिलाता हूं कि सरकार जेल से नहीं चलेगी।उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी कह चुकी है कि गिरफ्तार होने के बाद भी केजरीवाल ही सीएम रहेंगे। आप कह रही है कि केजरीवाल जेल से ही सरकार चलाएंगे।
बीते दिनों ही अरविंद केजरीवाल का जल और स्वास्थ्य विभाग से जुड़ा दो सरकारी आदेश भी सामने आ चुका है जिसके बारे में आम आदमी पार्टी का कहना है कि जेल से अरविंद केजरीवाल ने आदेश जारी किया है। भाजपा ने इन आदेशों को फर्जी बताया है। कानूनों के जानकारों का भी कहना है कि ईडी की हिरासत में केजरीवाल को किसी फाइल पर हस्ताक्षर करने की अनुमति नहीं होगी। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या केजरीवाल जेल से ही सरकार चलाएंगे और क्या वह जेल से सरकार चला पाएंगे?
दिल्ली के एलजी के इस बयान से मतलब निकाला जा रहा है कि केजरीवाल के जेल से सरकार चलाने के मामले में विवाद बढ़ सकता है। कई राजनैतिक विश्लेषक आशंका जता रहे हैं कि अगर केजरीवाल ने इस्तीफा नहीं दिया तो दिल्ली सरकार को बर्खास्त किया जा सकता है। अगर ऐसा होता है तो आम आदमी पार्टी और भाजपा में टकराव और बढ़ सकता है।
मंगलावार को ही दिल्ली में भाजपा के कार्यकर्ता सीएम अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की मांग को लेकर सड़क पर उतरे थे। भाजपा कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में इसको लेकर काफी उग्र प्रदर्शन किया था।
देश में आज तक कभी ऐसा नहीं हुआ है कि कोई सीएम जेल से सरकार चलाए, पिछले दिनों ही जब ईडी ने झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया था तब उन्होंने तुरंत उसी समय राजभवन जाकर इस्तीफा दे दिया था।
वहीं आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल कह रहे हैं कि किसी कानून में यह नहीं लिखा है कि एक सीएम जेल से सरकार नहीं चला सकता है। इसलिए वह इस्तीफा नहीं देंगे और जेल से ही दिल्ली की सरकार चलाएंगे।
वहीं कानूनों के जानकारों का कहना है कि जेल से सरकार चलाने में व्यवहारिक समस्याएं हैं। अगर एलजी चाहे तो शायद यह सरकार चल भी सकती थी लेकिन एलजी की सहमति नहीं मिलने के बाद केजरीवाल के लिए जेल से दिल्ली की सरकार चलाना संभव नहीं हो पायेगा।
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